COVID-19 Update / दिल्ली में COVID-19 टेस्ट के लिए डॉक्टर का पर्चा होना अब अनिवार्य नहीं: High Court

News18 : Sep 09, 2020, 06:53 AM
नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Delhi) में कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। संक्रमण के खतरे के बीच दिल्ली हाईकोर्ट ने कोरोना टेस्टिंग (COVID-19 Testing) को लेकर एक अहम निर्देश दिया है। दिल्ली उच्च न्यायालय का कहना है कि कोविड-19 परीक्षण चाहने वाले लोगों को अब दिल्ली के पते वाले आधार कार्ड का पेश करने की जरूरत नहीं होगी। उन्हें ICMR द्वारा दिए गए फॉर्म को भरना होगा। वहीं, दिल्ली हाईकोर्ट में कोरोना टेस्टिंग के मुद्दे पर सुनवाई के दौरान कुछ वकीलों ने फिजिकल सुनवाई शुरू होने से निचली अदालतों में स्थिति खतरनाक होने को दावा किया है।

वकीलों ने निचली अदालतों में फिलहाल वर्चुअल हियरिंग ही जारी रखने की मांग की। दिल्ली हाइकोर्ट ने कहा कि वकीलों की मांग पर अदालतों को रोटेशन बेसिस पर खोला गया है। इसको तुरंत बंद करना संभव नहीं है। हाइकोर्ट ने कहा कि वकील अदालत परिसर में जाते समय सुरक्षा सावधानियों का कड़ाई से पालन करें। हाइकोर्ट ने कहा कि वह हालात को रिव्यू जरूर करेगा। अदालत ने पाया कि दिल्ली में संक्रमण के मामलों में वृद्धि देखी गई है और निजी जांच प्रयोगशालाओं से कहा कि वे प्रतिदिन ऐसे 2000 लोगों की कोविड-19 जांच करें जो यह स्वेच्छा से कराना चाहते हैं


सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिया अहम संदेश

इधर, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोगों को फोन कॉल और अन्य मीडिया माध्यमों से कोरोना से बचने के लिए जागरूक कर रहे हैं। कोरोना महामारी से बचाव के लिए सीएम केजरीवाल विभिन्न माध्यमों से एक करोड़ लोगों को जागरूक करेंगे। इसके लिए केजरीवाल रेडियो, टीवी, आउटडोर होर्डिंग्स, ऑनलाइन संचार माध्यमों से लोगों को कोरोना से बचने और एहतियात बरतने का संदेश देंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लगातार कह रहे हैं कि दिल्ली में कोरोना के हालात काबू में है, लेकिन टेस्टिंग दोगुना होने और कुछ लोगों की लापरवाही से पिछले कुछ दिनों में कोरोना के केस बढ़े हैं। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कुछ लोग कोविड-19 को लेकर लापरवाह हो गए हैं। वो घर से निकलने के दौरान मास्क नहीं पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन भी नहीं कर रहे हैं।

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