AajTak : Apr 09, 2020, 01:19 PM
बॉलीवुड: बालिका वधू फेम एक्टर रुसलान मुमताज की पत्नी निराली ने 26 मार्च 2020 को बेटे को जन्म दिया था। उस वक्त कोरोना का कहर जारी था। लेकिन पैरेंट्स बनने पर वे दोनों काफी खुश थे। मगर इसी दौरान कुछ ऐसी चीजें हुईं जो कपल के लिए सदमे से कम नहीं रहा। एक न्यूज पोर्टल से बातचीत में रुसलान ने अपने उस भयावह एक्सपीरियंस को शेयर किया। ये सब तब हुआ जब उन्हें डॉक्टरों ने अचानक अस्पताल छोड़ने को कहा।
रुसलान ने कहा- जिस अस्पताल में मेरे बेटे का जन्म हुआ था। वहां के एक डॉक्टर की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई थी। इसलिए हमें जल्द से जल्द अस्पताल छोड़कर जाने को बोल दिया था।
हमारे पास कोई नैनी भी नहीं थी। कोई गाइड करने वाला नहीं था कि बेबी को कैसे खिलाना है। मेरे पैरेंट्स ने मुझे कहा था कि एक मेड को हायर कर लूं। वे नवजात बच्चों की देखभाल करने में एक्सपर्ट होती हैं।लेकिन ऐसा करने से बच्चे को कोरोना वायरस का खतरा भी हो सकता था। हम बच्चे को घर ले आए। पूरा दिन बच्चा सोता रहा। 14 घंटे तक बच्चे ने दूध तक नहीं पिया।फिर रात में 12 बजे बच्चा उठा, फिर सुबह के 3 बजे तक वो मेरी गोद में था। हमने ऑनलाइन देखा कि कैसे बच्चे को कपड़ों से रैप करना है ताकि वो गरमाहट महसूस करे।
थोड़ी देर बाद जब हमने बच्चे को छुआ तो वो मूव नहीं कर रहा था। मैं परेशान हो गया था। हमें लगा हमने कुछ गलत तो नहीं कर दिया। लेकिन कुछ देर बाद बच्चा हिलने लगा। तब जाकर हमने राहत की सांस ली।
बाद में मुमताज ने फैसला किया कि वे नैनी को हायर करने का रिस्क लेंगे। नैनी को मनाया कि वे 3 महीनों तक उनके बेटे का ध्यान रखे। हमें डर था कि हम कोई गलती ना कर दें जिससे बच्चे को नुकसान पहुंचे।
रुसलान ने कहा- जिस अस्पताल में मेरे बेटे का जन्म हुआ था। वहां के एक डॉक्टर की कोरोना वायरस की वजह से मौत हो गई थी। इसलिए हमें जल्द से जल्द अस्पताल छोड़कर जाने को बोल दिया था।
हमारे पास कोई नैनी भी नहीं थी। कोई गाइड करने वाला नहीं था कि बेबी को कैसे खिलाना है। मेरे पैरेंट्स ने मुझे कहा था कि एक मेड को हायर कर लूं। वे नवजात बच्चों की देखभाल करने में एक्सपर्ट होती हैं।लेकिन ऐसा करने से बच्चे को कोरोना वायरस का खतरा भी हो सकता था। हम बच्चे को घर ले आए। पूरा दिन बच्चा सोता रहा। 14 घंटे तक बच्चे ने दूध तक नहीं पिया।फिर रात में 12 बजे बच्चा उठा, फिर सुबह के 3 बजे तक वो मेरी गोद में था। हमने ऑनलाइन देखा कि कैसे बच्चे को कपड़ों से रैप करना है ताकि वो गरमाहट महसूस करे।
थोड़ी देर बाद जब हमने बच्चे को छुआ तो वो मूव नहीं कर रहा था। मैं परेशान हो गया था। हमें लगा हमने कुछ गलत तो नहीं कर दिया। लेकिन कुछ देर बाद बच्चा हिलने लगा। तब जाकर हमने राहत की सांस ली।
बाद में मुमताज ने फैसला किया कि वे नैनी को हायर करने का रिस्क लेंगे। नैनी को मनाया कि वे 3 महीनों तक उनके बेटे का ध्यान रखे। हमें डर था कि हम कोई गलती ना कर दें जिससे बच्चे को नुकसान पहुंचे।