Zee News : Apr 30, 2020, 05:34 PM
वाशिंगटन: अमेरिका में कोरोना वायरस (Coronavirus) की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। पिछले 24 घंटों में यहां दो हजार से ज्यादा लोगों की मौत हुई है, लेकिन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीन और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को ही दोषी ठहराने तक सीमित होकर रह गए हैं।
ट्रंप ने एक बार फिर से दोनों पर हमला बोला है। उन्होंने WHO को चीन का ‘पाइप ऑर्गन’ करार देते हुए कहा है कि अमेरिका जल्द ही उसके खिलाफ कुछ सिफारिशें लाएगा। व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से बातचीत में ट्रंप ने कहा, ‘चीन और WHO ने हमें गुमराह किया है, हम WHO की कार्यप्रणाली से खुश नहीं हैं। जल्द ही हम दोनों के बारे में कुछ सिफारिशें लेकर आएंगे’।
डोनाल्ड ट्रंप शुरुआत से ही चीन और WHO को निशाना बनाते आ रहे हैं। उन्होंने बीजिंग के साथ-साथ कोरोना के फैलाव में विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका का पता लगाने के लिए भी जांच बैठाई है। इतना ही नहीं, जब तक जांच जारी रहती है, तब तक अमेरिका से WHO को मिलने वाले फंड को भी रोक दिया गया है। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि जांच में कई बातें सामने आ रही हैं। जिसके चलते हम WHO से खुश नहीं हैं। अब तक अमेरिका WHO में सबसे ज्यादा योगदान करता रहा है, लेकिन उसने हमें गुमराह किया।
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं नहीं जानता, लेकिन उन्हें जो पता था, उन्हें उससे ज्यादा पता होना चाहिए था या फिर उन्होंने हमें नहीं बताया’।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ऐसे कई समूह हैं, जिन्हें अमेरिका धन दे सकता है और वे ज्यादा उपयोगी साबित होंगे। WHO को ही फंड देना जरूरी नहीं है। उन्होंने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन यदि चाहता, तो कोरोना को फैलने से रोक सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। चीन की तरफ से विमानों को देश से बाहर जाने की इजाजत दी गई, लेकिन बाहर के विमान चीन नहीं आ सके, क्यों?
बता दें कि अमेरिका ने जनवरी के आखिरी सप्ताह में चीन से अमेरिका आने वाली फ्लाइट पर रोक लगाई थी। अमेरिका में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटों में यहां दो हजार से ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 60 हजार के पार चला गया है। सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क को बताया जा रहा है।
ट्रंप ने एक बार फिर से दोनों पर हमला बोला है। उन्होंने WHO को चीन का ‘पाइप ऑर्गन’ करार देते हुए कहा है कि अमेरिका जल्द ही उसके खिलाफ कुछ सिफारिशें लाएगा। व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में संवाददाताओं से बातचीत में ट्रंप ने कहा, ‘चीन और WHO ने हमें गुमराह किया है, हम WHO की कार्यप्रणाली से खुश नहीं हैं। जल्द ही हम दोनों के बारे में कुछ सिफारिशें लेकर आएंगे’।
डोनाल्ड ट्रंप शुरुआत से ही चीन और WHO को निशाना बनाते आ रहे हैं। उन्होंने बीजिंग के साथ-साथ कोरोना के फैलाव में विश्व स्वास्थ्य संगठन की भूमिका का पता लगाने के लिए भी जांच बैठाई है। इतना ही नहीं, जब तक जांच जारी रहती है, तब तक अमेरिका से WHO को मिलने वाले फंड को भी रोक दिया गया है। राष्ट्रपति ने आगे कहा कि जांच में कई बातें सामने आ रही हैं। जिसके चलते हम WHO से खुश नहीं हैं। अब तक अमेरिका WHO में सबसे ज्यादा योगदान करता रहा है, लेकिन उसने हमें गुमराह किया।
उन्होंने आगे कहा, ‘मैं नहीं जानता, लेकिन उन्हें जो पता था, उन्हें उससे ज्यादा पता होना चाहिए था या फिर उन्होंने हमें नहीं बताया’।
पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि ऐसे कई समूह हैं, जिन्हें अमेरिका धन दे सकता है और वे ज्यादा उपयोगी साबित होंगे। WHO को ही फंड देना जरूरी नहीं है। उन्होंने चीन पर निशाना साधते हुए कहा कि चीन यदि चाहता, तो कोरोना को फैलने से रोक सकता था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया। चीन की तरफ से विमानों को देश से बाहर जाने की इजाजत दी गई, लेकिन बाहर के विमान चीन नहीं आ सके, क्यों?
बता दें कि अमेरिका ने जनवरी के आखिरी सप्ताह में चीन से अमेरिका आने वाली फ्लाइट पर रोक लगाई थी। अमेरिका में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। पिछले 24 घंटों में यहां दो हजार से ज्यादा मौतें दर्ज की गई हैं। इसके साथ ही मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 60 हजार के पार चला गया है। सबसे ज्यादा प्रभावित न्यूयॉर्क को बताया जा रहा है।