अमेरिका / डोनाल्ड ट्रंप ने दी चीन को खुली धमकी, 'कोरोना पर हमारे सवालों का जवाब दें अन्यथा....

कोरोना महामारी को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन को धमकी देते हुए कहा है कि यदि उसने कोरोना पर अमेरिका के सवालों का जवाब नहीं दिया, तो दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते खत्म हो जाएंगे। मालूम हो कि इस साल जनवरी में अमेरिका और चीन ने ट्रेड वॉर पर विराम लगाते हुए पहले चरण के व्यावसायिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।

Zee News : Apr 22, 2020, 06:04 PM
वॉशिंगटन: कोरोना महामारी (coronavirus) को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump)ने चीन को धमकी देते हुए कहा है कि यदि उसने कोरोना पर अमेरिका के सवालों का जवाब नहीं दिया, तो दोनों देशों के व्यापारिक रिश्ते खत्म हो जाएंगे। मालूम हो कि इस साल जनवरी में अमेरिका और चीन ने ट्रेड वॉर पर विराम लगाते हुए पहले चरण के व्यावसायिक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे। अमेरिका शुरू से ही कोरोना के लिए बीजिंग को जिम्मेदार ठहरता आ रहा है। अमेरिकी एजेंसियां यह भी पता लगाने में जुटी हैं कि क्या चीन ने जानबूझकर दुनिया भर में कोरोना फैलाया।  

दोनों देशों के बीच वह डील लगभग तैयार है, जिसके तहत चीन को 200 बिलियन डॉलर के अमेरिकी उत्पाद खरीदने हैं। हालांकि, यूएस-चीन आर्थिक और सुरक्षा समीक्षा आयोग ने एक रिपोर्ट में कहा है कि चीन समझौते में यह शर्त जोड़ सकता है कि प्राकृतिक आपदा या अन्य अप्रत्याशित घटनाओं की स्थिति में दोनों देशों के बीच व्यापार परामर्श नए सिरे से होंगे। इस विषय पर व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए ट्रंप ने कहा कि यदि चीन ऐसा करता है, तो हम समझौता रद्द कर देंगे और मैं वह करूंगा, जो मैं सबसे बेहतर कर सकता हूं। दरअसल, राष्ट्रपति से पूछा गया था कि वह कितने आश्वस्त हैं कि चीन ट्रेड डील में उल्लिखित प्राकृतिक आपदा से संबंधित शर्त को नहीं जोड़ेगा? 

थपथपाई अपनी पीठ

डोनाल्ड ट्रंप चीन को धमकी देने के साथ ही अपनी पीठ थपथपाना भी नहीं भूले। उन्होंने यह दोहराते हुए कि उनके राष्ट्रपति चुने जाने से पहले तक चीन अमेरिका को लूटता आया है। कहा कि ‘चीन को लेकर मेरे जैसा सख्त रुख अब तक किसी ने नहीं अपनाया है’। उन्होंने आगे कहा, ‘एक नजर डालें, प्रति वर्ष 200 बिलियन डॉलर, 300 बिलियन डॉलर, 400 बिलियन डॉलर, 500 बिलियन डॉलर, आखिर उन्होंने यह कैसे होने दिया? अब, यदि आप पिछले वर्ष को देखें, तो पाएंगे कि घाटा कम हो गया है’।

मालूम हो कि ट्रंप ने ही 2018 में चीन के साथ व्यापार युद्ध का शुभारंभ किया था। उन्होंने  बीजिंग से बड़े पैमाने पर हुए व्यवसाय घाटे को कम करने की मांग की थी, जो कि 2017 में 375.6 बिलियन डॉलर था। दोनों देशों ने अब तक लगभग आधा-ट्रिलियन डॉलर मूल्य के सामान पर अतिरिक्त टैरिफ लगाया है।

हम जानते हैं कि कोरोना कहां से आया

अमेरिका ने USD 360 बिलियन से अधिक के चीनी सामान पर टैरिफ लगाया है और चीन ने USD110 बिलियन के अमेरिकी उत्पादों पर अधिक टैरिफ पर लगाया है। इस बारे में बोलते हुए ट्रंप ने कहा, ‘अब यह बहुत अलग हो गया है, लेकिन बहुत सी चीजें हो रही हैं। अचानक एक अदृश्य दुश्मन हमारे सामने आ गया है। हमें लगता है कि हम जानते हैं कि यह कहां से आया है, और हम इसके बारे में बात करेंगे। चीन को लेकर मुझसे ज्यादा सख्त और कोई नहीं है’।