Zoom News : Nov 17, 2020, 05:41 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में हारने वाले डोनाल्ड ट्रम्प ईरान पर हमला करने वाले थे। ट्रम्प द्वारा लक्षित ईरान का मुख्य परमाणु केंद्र था नत्ज़ान। अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के परमाणु सामग्री में लगातार वृद्धि के कारण ट्रम्प यह निर्णय लेना चाहते थे। ट्रम्प ने ईरान की परमाणु सुविधाओं को नष्ट करने के विकल्पों के बारे में पिछले सप्ताह हुई एक बैठक में अपने सलाहकारों से सलाह ली थी। इनमें उपराष्ट्रपति माइक पेंस, रक्षा मंत्री क्रिस्टोफर मिलर और संयुक्त चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मिल्की जैसे लोग शामिल थे। इस दौरान, ट्रम्प को सलाह दी गई कि अगर ऐसा कोई कदम उठाया जाता है, तो यह ईरान और अमेरिका के बीच की खाई को बढ़ा देगा।
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने खुलासा किया था कि ईरान की परमाणु सामग्री कई गुना बढ़ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले का सबसे संभावित क्षेत्र ईरान का परमाणु केंद्र, नटंजा था। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के अनुसार, 2018 में परमाणु समझौते ने यूरेनियम के भंडार में 12 गुना वृद्धि की है और इस वजह से ट्रम्प यहां हमला करना चाहते थे।इससे पहले भी, पिछले साल जून के महीने में, ट्रम्प ईरान पर हमला करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने कुछ मिनट पहले अपनी योजना रद्द कर दी थी। दरअसल, ईरान ने एक अमेरिकी ड्रोन विमान को मार गिराया था और इसी का बदला लेने के लिए ट्रम्प ईरान पर हमला करना चाहते थे।आपको बता दें कि अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन ने जीत दर्ज की है। हालांकि, ट्रम्प अभी भी हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनावों के दौरान बहुत धांधली हुई है। उन्होंने ट्वीट करके यह भी कहा कि वह ये चुनाव नहीं हारे, लेकिन जीत गए।
बता दें कि अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने खुलासा किया था कि ईरान की परमाणु सामग्री कई गुना बढ़ गई है। रिपोर्ट के अनुसार, इस हमले का सबसे संभावित क्षेत्र ईरान का परमाणु केंद्र, नटंजा था। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के अनुसार, 2018 में परमाणु समझौते ने यूरेनियम के भंडार में 12 गुना वृद्धि की है और इस वजह से ट्रम्प यहां हमला करना चाहते थे।इससे पहले भी, पिछले साल जून के महीने में, ट्रम्प ईरान पर हमला करना चाहते थे, लेकिन उन्होंने कुछ मिनट पहले अपनी योजना रद्द कर दी थी। दरअसल, ईरान ने एक अमेरिकी ड्रोन विमान को मार गिराया था और इसी का बदला लेने के लिए ट्रम्प ईरान पर हमला करना चाहते थे।आपको बता दें कि अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार जो बिडेन ने जीत दर्ज की है। हालांकि, ट्रम्प अभी भी हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं और उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनावों के दौरान बहुत धांधली हुई है। उन्होंने ट्वीट करके यह भी कहा कि वह ये चुनाव नहीं हारे, लेकिन जीत गए।