AMAR UJALA : Apr 15, 2020, 09:50 AM
झारंखड | झारंखड पुलिस ने देश में जारी लॉकडाउन के बीच सोशल मीडिया पर कोरोना वायरस को लेकर कथित तौर पर अफवाहें और नफरत फैलाने वाले 118 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। यह जानकारी एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को ट्वीट करके दी। 118 में से 60 लोगों को जेल भेजा जा चुका है।इन मामलों में नई दिल्ली के निजामुद्दीन में हुए तब्लीगी जमात के मरकज के बारे में गलत सूचना देने और सांप्रदायिक पोस्ट फैलाने वाले लोगों के खिलाफ दर्ज मामले शामिल हैं। झारखंड के डीजीपी एमवी राव ने मंगलवार को ट्वीट किया, 'सोशल मीडिया पर अफवाह और नफरत फैलाने वाले सभी लोगों को चेतावनी दी जा रही है कि झारखंड पुलिस आप पर कड़ी नजर रख रही है। अब तक 118 आरोपियों के खिलाफ 78 मामले दर्ज किए गए और 60 को जेल भेज दिया गया है।'अधिकारी ने आगे कहा, 'इनमें से किसी को कहीं भी नौकरी नहीं मिलेगी क्योंकि हमारे पास उन्हें दोषी साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं। कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ हमारी लड़ाई के बीच, हम सोशल मीडिया में नफरत फैलाने वाले लोगों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। जेल जाने वाले अगले व्यक्ति मत बनिए। हम सख्त कदम उठाएंगे फिर बेशक आप किसी भी समुदाय से क्यों न हों। अच्छी तरह से व्यवहार करें और अपनी आजादी का आनंद उठाएं।'पुलिस ने कहा कि 118 लोगों के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 और आईपीसी की धारा 188, 295 (ए) (धार्मिक भावनाओं को अपमानित करने के इरादे से किए गए काम), 120 बी (आपराधिक साजिश) के तहत मामला दर्ज किया गया है। गढ़वा जिले में सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए। जहां सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने को लेकर 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।वहीं पलामू में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि रांची और देवघर में नौ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा पुलिस ने 3,049 लोगों के खिलाफ 665 मामले दर्ज किए हैं और 1,242 लोगों को लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सबसे ज्यादा उल्लंघन जमशेदपुर में हुआ है।