देश / DRDO के 'अर्जुन' ने दागी लेजर-गाइडेड ऐंटी टैंक मिसाइल, रक्षा मंत्री ने कहा- हमें इस कारनामे पर गर्व

News18 : Sep 23, 2020, 05:23 PM
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में चीनी सीमा (Chinese Border) पर तनाव के बीच रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने बुधवार को केके रेंजेस, आर्मर्ड कोर सेंटर और स्कूल (ACC & S) अहमदनगर में एमबीटी अर्जुन (MBT Arjun) से लेजर-गाइडेड एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। दागी गई मिसाइल ने तीन किमी दूर स्थित टारगेट (Target) को सटीक तरीके से हिट किया और इसे ध्वस्त कर दिया। इस तरह से एंटी टैंक मिसाइल (Anti Tank Missile) के मामले में देश ने आत्मनिर्भरता की ओर एक कदम बढ़ाया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) ने बुधवार को ट्विटर पर डीआरडीओ को उसके नयी सफलता की बधाई दी। केंद्रीय मंत्री ने कहा, "भारत को टीम डीआरडीओ पर गर्व है, जो निकट भविष्य में आयात निर्भरता (Import dependency) को कम करने की दिशा में काम कर रहा है।"

इसके अलावा अभ्यास (ABHYAS) नाम के एक हवाई वाहन (Aerial Vehicle) का भी सफल परीक्षण ओडिशा (Odisha) के बालासोर में किया गया। यह हवाई वाहन मिसाइलों और हथियारों के परीक्षण में काम आता है। वैसे बता दें कि भारत के पास ऐसी मिसाइलों में पहले से ही नाग (Nag) जैसी गाइडेड मिसाइल (Guided Missile) है। वर्तमान में जिसे NAMICA मिसाइल कैरियर (Nag Missile Carrier) से छोड़ा जाता है। यह मिसाइल बड़े टैंक्स (Tanks) को भी किसी भी मौसम में निशाना बना सकता है। इसमें इंफ्रारेड भी है, जो लॉन्च से पहले टारगेट को लॉक करता है। जिसके बाद नाग अचानक ऊपर उठती है और फिर तेजी से टारगेट के एंगल पर मुड़कर तेजी से उसकी ओर चल देती है।

मिसाइल परीक्षण में काम आने वाले हवाई टारगेट वाहन 'अभ्यास' का भी सफल परीक्षण 

मंगलवार को DRDO ने अभ्यास (ABHYAS) नाम के एक हाई-स्पीड एक्सपेंडेबल एरियल टारगेट (HEAT) का सफल उड़ान परीक्षण भी किया था। उड़ान परीक्षण ओडिशा के अंतरिम टेस्ट रेंज, बालासोर से किया गया था। इस वाहन का उपयोग विभिन्न मिसाइल प्रणालियों के मूल्यांकन के लिए लक्ष्य के रूप में किया जा सकता है।


हीट का मई, 2019 में पहले भी सफल परीक्षण हो चुका है। यह व्हीकल पांच किमी पर उड़ सकता है। इसकी रफ्तार आवाज की रफ्तार से आधी है। इसमें 2G क्षमता और 30 मिनट की ऑपरेटिंग क्षमता होती है। यह स्वतंत्र रूप से उड़ सकता है।

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