AajTak : Jan 11, 2020, 03:49 PM
कन्नौज | उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिले में शुक्रवार रात को हुए एक भीषण सड़क हादसे में 20 लोगों की मौत हो गई और 21 लोग घायल हो गए। जयपुर के लिए जा रही डबल डेकर बस हाइवे पर ट्रक से टकरा गई, जिसके बाद बस में भीषण आग लग गई और फिर बस का यह सफर मौत का सफर बना गया।
दरअसल, बस कन्नौज के गुरसहायगंज से जयपुर जा रही थी। कन्नौज के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि बस में करीब 43 लोग सवार थे। कन्नौज के जीटी रोड हाइवे पर बस और ट्रक में टक्कर हो गई, जिसके बाद बस में भीषण आग लग गई। बस में आग लगने के बाद यात्री भाग नहीं पाए।
घटना शुक्रवार रात 9।30 बजे की है। मामले में प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस पूरी तरह से यात्रियों से भरी हुई थी। बस में आग लगने के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोगों ने बस से निकलने की कोशिश की।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बस में 60 से ज्यादा लोग सवार थे और बस पूरी तरह से भरी हुई थी। हालांकि बस से सिर्फ 10-12 लोग ही उतरने में कामयाब हो सके और बाकी लोग बस में ही फंस गए।
घटना के अगले दिन सुबह घटनास्थल की तस्वीरें भी सामने आईं। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि 25 यात्रियों को बचाया गया है। इनमें से 12 को उपचार के लिए तिरवा मेडिकल कॉलेज और 11 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि दो यात्री पूरी तरह सुरक्षित थे, जिन्हें घर भेज दिया गया।
आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि शव काफी अधिक जल गए हैं। उनकी हड्डियां बिखरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि कितने लोगों की मौत हुई है, अब केवल डीएनए टेस्ट के बाद ही यह बताया जा सकेगा। आईजी ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि बस में 8 से 10 लोगों के शव हैं, लेकिन बस को काफी व्यापक नुकसान हुआ है।
आईजी ने यह भी कहा कि 18 से 20 यात्री लापता हैं। हो सकता है कि उनकी मौत हो गई हो, लेकिन यह अभी निश्चित नहीं है। ऐसे में मौत का आंकड़ा डीएनए टेस्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का त्वरित संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि घायलों की हरसंभव मदद की जा रही है। सीएम योगी ने घायलों को 50 हजार और मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।
दरअसल, बस कन्नौज के गुरसहायगंज से जयपुर जा रही थी। कन्नौज के जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने बताया कि बस में करीब 43 लोग सवार थे। कन्नौज के जीटी रोड हाइवे पर बस और ट्रक में टक्कर हो गई, जिसके बाद बस में भीषण आग लग गई। बस में आग लगने के बाद यात्री भाग नहीं पाए।
घटना शुक्रवार रात 9।30 बजे की है। मामले में प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बस पूरी तरह से यात्रियों से भरी हुई थी। बस में आग लगने के बाद वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोगों ने बस से निकलने की कोशिश की।
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो बस में 60 से ज्यादा लोग सवार थे और बस पूरी तरह से भरी हुई थी। हालांकि बस से सिर्फ 10-12 लोग ही उतरने में कामयाब हो सके और बाकी लोग बस में ही फंस गए।
घटना के अगले दिन सुबह घटनास्थल की तस्वीरें भी सामने आईं। कानपुर रेंज के आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि 25 यात्रियों को बचाया गया है। इनमें से 12 को उपचार के लिए तिरवा मेडिकल कॉलेज और 11 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने कहा कि दो यात्री पूरी तरह सुरक्षित थे, जिन्हें घर भेज दिया गया।
आईजी मोहित अग्रवाल ने कहा कि शव काफी अधिक जल गए हैं। उनकी हड्डियां बिखरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि कितने लोगों की मौत हुई है, अब केवल डीएनए टेस्ट के बाद ही यह बताया जा सकेगा। आईजी ने कहा कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि बस में 8 से 10 लोगों के शव हैं, लेकिन बस को काफी व्यापक नुकसान हुआ है।
आईजी ने यह भी कहा कि 18 से 20 यात्री लापता हैं। हो सकता है कि उनकी मौत हो गई हो, लेकिन यह अभी निश्चित नहीं है। ऐसे में मौत का आंकड़ा डीएनए टेस्ट के बाद ही स्पष्ट हो सकता है।
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने इस घटना का त्वरित संज्ञान लिया है। उन्होंने कहा कि घायलों की हरसंभव मदद की जा रही है। सीएम योगी ने घायलों को 50 हजार और मृतकों के परिजनों को दो लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है।