AajTak : Sep 12, 2020, 08:35 AM
Bihar: प्रधानमंत्री कार्यालय के सूत्रों के मुताबिक पीएम मोदी अगले दस दिनों में बिहार के विकास और जनता की सुविधाओं से जुड़ी बड़ी और महत्वाकांक्षी योजनाओं की घोषणाएं करेंगे। इन घोषणाओं से प्रदेश में चुनावी राग तो तेज होगा लेकिन चुनावी कार्यक्रम के ऐलान की सुगबुगाहट थोड़े दिनों के लिए खामोश हो जाएगी। बीजेपी अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा पटना पहुंच चुके हैं। अगले दस दिनों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी बिहार दौरे पर जा सकते हैं।
जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी, बिहार चुनाव के लिए दिल्ली से ही वर्चुअल रैलियों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य, सड़क, बिजली उत्पादन, पेयजल, राजमार्ग, पुल, रेल और सीमावर्ती जिलों में इंटरनेट जैसी बड़ी योजनाओं की घोषणाएं कर सकते हैं।ऐसे में यह लगभग तय माना जा रहा है कि निर्वाचन आयोग, बिहार के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान दस दिनों के बाद ही करेगा। क्योंकि चुनावी कार्यक्रम का ऐलान होते ही आचार संहिता लागू हो जाएगी और सरकार कोई भी नई योजना या स्कीम की घोषणा नहीं कर पाएगी। यानी अब सारी अटकलबाजियां 20 सितंबर या उसके बाद ही होंगी। चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते कहा था कि बिहार में विधानसभा चुनाव 29 नवंबर से पहले संपन्न हो जाएंगे। निर्वाचन आयोग की 4 सितंबर को हुई बैठक में ये तय किया गया कि बिहार में नई विधान का गठन 29 नवंबर से पहले हो जाना है, लिहाजा उसी के मुताबिक विधानसभा चुनाव पूरे होने हैं। बिहार में मतदान तीन चरणों में हो सकते हैं, क्योंकि कुछ इलाके बाढ़ प्रभावित हैं। लिहाजा उन इलाकों में सबसे आखिर में मतदान कराने की योजना पर काम चल रहा है। 15 नवंबर से पहले विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर लेने की योजना है। उम्मीद है कि दशहरा और दिवाली के बीच के 20 दिनों के दौरान मतदान और मतगणना हो जाए, ताकि दिवाली से पहले सारा काम निपट जाए और चुनावी प्रक्रिया में लगे कर्मचारी और अधिकारी दिवाली मना सकें।
जानकारी के मुताबिक पीएम मोदी, बिहार चुनाव के लिए दिल्ली से ही वर्चुअल रैलियों को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य, सड़क, बिजली उत्पादन, पेयजल, राजमार्ग, पुल, रेल और सीमावर्ती जिलों में इंटरनेट जैसी बड़ी योजनाओं की घोषणाएं कर सकते हैं।ऐसे में यह लगभग तय माना जा रहा है कि निर्वाचन आयोग, बिहार के चुनावी कार्यक्रम का ऐलान दस दिनों के बाद ही करेगा। क्योंकि चुनावी कार्यक्रम का ऐलान होते ही आचार संहिता लागू हो जाएगी और सरकार कोई भी नई योजना या स्कीम की घोषणा नहीं कर पाएगी। यानी अब सारी अटकलबाजियां 20 सितंबर या उसके बाद ही होंगी। चुनाव आयोग ने पिछले हफ्ते कहा था कि बिहार में विधानसभा चुनाव 29 नवंबर से पहले संपन्न हो जाएंगे। निर्वाचन आयोग की 4 सितंबर को हुई बैठक में ये तय किया गया कि बिहार में नई विधान का गठन 29 नवंबर से पहले हो जाना है, लिहाजा उसी के मुताबिक विधानसभा चुनाव पूरे होने हैं। बिहार में मतदान तीन चरणों में हो सकते हैं, क्योंकि कुछ इलाके बाढ़ प्रभावित हैं। लिहाजा उन इलाकों में सबसे आखिर में मतदान कराने की योजना पर काम चल रहा है। 15 नवंबर से पहले विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर लेने की योजना है। उम्मीद है कि दशहरा और दिवाली के बीच के 20 दिनों के दौरान मतदान और मतगणना हो जाए, ताकि दिवाली से पहले सारा काम निपट जाए और चुनावी प्रक्रिया में लगे कर्मचारी और अधिकारी दिवाली मना सकें।