News18 : Aug 17, 2020, 09:06 AM
वेलिंग्टन। न्यूज़ीलैंड (New Zealand) की प्रधानमंत्री जेसिंडा अर्डर्न (Prime Minister Jacinda Ardern) कोरोना वायरस (Covid-19) के मामले सामने आने के बाद आम चुनावों (Elections) को फिलहाल एक महीने के लिए टाल दिया है। न्यूजीलैंड में 100 दिनों तक संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया था लेकिन तीन दिन पहले ऑकलैंड के एक इलाक़े में संक्रणण के 49 नए मामले सामने आए हैं। फ़िलहाल इस इलाके में कड़ा लॉकडाउन लागू है और स्थिति पर नियंत्रण पाने की कोशिशें चल रही हैं।
जेसिंडा अर्डर्न ने अगले महीने 19 सितंबर को होने वाले आम चुनावों को चार सप्ताह के लिए टाल दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक अब चुनाव 17 अक्टूबर को होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा है कि सबसे बड़ी चुनौती 25 हज़ार चुनाव कर्मियों को सुरक्षित रखने की होगी। अर्डर्न ने ये भी कहा है कि चुनाव टालने का फैसला लेते वक़्त उन्होंने मतदान में वोटरों की भागीदारी और पारदर्शिता का ध्यान रखा है। उनका कहना है कि चुनावों को और आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा, 'कोविड अब कुछ और समय के लिए हमारे साथ रहेगा। चुनावों को आगे बढ़ाते रहने से कोविड के दखल का ख़तरा कम नहीं होगा और इसी वजह से चुनाव आयोग ने ऐसी तैयारियां की हैं कि यदि देश में कोरोना महामारी लेवल दो या कुछ हद तक लेवल तीन तक भी पहुंचती है तब भी मतदान करा लिया जाएगा।'न्यूजीलैंड के अलावा इटली में भी सख्तीअर्डर्न ने कहा कि इसमें कोई और बदलाव करने का उनका कोई इरादा नहीं है।सोमवार को जारी किए गए एक स्थानीय शोध के आंकड़ों के मुताबिक़ न्यूज़ीलैंड के 60 प्रतिशत लोगों को लगता था कि चुनाव 19 सितंबर को तय तारीख़ पर नहीं हो सकेंगे। संसद अब छह सितंबर को भंग हो जाएगी।रविवार तक न्यूज़ीलैंड में कोरोना संक्रमण के 69 एक्टिव मामले थे, इनमें से 49मामले ऑकलैंड में सामने आए हैं।
उधर इटली ने सोमवार से तीन हफ्ते के लिए अपने सभी नाइटक्लब, डिस्को और क्लब बंद करने का ऐलान किया है। यहां लोगों से कुछ इलाकों में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री रॉर्बटो स्पेरांजा ने रविवार को कहा कि हम इस बीमारी से हुई मौतों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। लोगों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाना जरूरी है।
जेसिंडा अर्डर्न ने अगले महीने 19 सितंबर को होने वाले आम चुनावों को चार सप्ताह के लिए टाल दिया है। मिली जानकारी के मुताबिक अब चुनाव 17 अक्टूबर को होंगे। प्रधानमंत्री ने कहा है कि सबसे बड़ी चुनौती 25 हज़ार चुनाव कर्मियों को सुरक्षित रखने की होगी। अर्डर्न ने ये भी कहा है कि चुनाव टालने का फैसला लेते वक़्त उन्होंने मतदान में वोटरों की भागीदारी और पारदर्शिता का ध्यान रखा है। उनका कहना है कि चुनावों को और आगे नहीं बढ़ाया जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा, 'कोविड अब कुछ और समय के लिए हमारे साथ रहेगा। चुनावों को आगे बढ़ाते रहने से कोविड के दखल का ख़तरा कम नहीं होगा और इसी वजह से चुनाव आयोग ने ऐसी तैयारियां की हैं कि यदि देश में कोरोना महामारी लेवल दो या कुछ हद तक लेवल तीन तक भी पहुंचती है तब भी मतदान करा लिया जाएगा।'न्यूजीलैंड के अलावा इटली में भी सख्तीअर्डर्न ने कहा कि इसमें कोई और बदलाव करने का उनका कोई इरादा नहीं है।सोमवार को जारी किए गए एक स्थानीय शोध के आंकड़ों के मुताबिक़ न्यूज़ीलैंड के 60 प्रतिशत लोगों को लगता था कि चुनाव 19 सितंबर को तय तारीख़ पर नहीं हो सकेंगे। संसद अब छह सितंबर को भंग हो जाएगी।रविवार तक न्यूज़ीलैंड में कोरोना संक्रमण के 69 एक्टिव मामले थे, इनमें से 49मामले ऑकलैंड में सामने आए हैं।
उधर इटली ने सोमवार से तीन हफ्ते के लिए अपने सभी नाइटक्लब, डिस्को और क्लब बंद करने का ऐलान किया है। यहां लोगों से कुछ इलाकों में सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे के बीच मास्क पहनना जरूरी कर दिया गया है। स्वास्थ्य मंत्री रॉर्बटो स्पेरांजा ने रविवार को कहा कि हम इस बीमारी से हुई मौतों को नजरअंदाज नहीं कर सकते। लोगों की सुरक्षा के लिए यह कदम उठाना जरूरी है।