News18 : Feb 07, 2020, 12:58 PM
जयपुर। प्रदेश में तीन साल पांच माह बाद एक बार फिर बिजली की दरें बढ़ा (Rates increased ) दी गई हैं। बिजली की दरों में लगभग 10 से 11 फीसदी बढ़ोतरी की गई है। विद्युत विनियामक आयोग (Electricity Regulatory Commission) की ओर से नई टैरिफ को एक फरवरी 2020 से लागू (Applicable) कर दिया गया है। बीपीएल और आस्था कार्डधारक बिजली उपभोक्ताओं पर कोई भार नही आएगा। इसके अलावा औद्योगिक उपभोक्ताओं (Industrial consumers) को भी नई दरों में छूट दी गई है।कृषि बिजली दरों की दरों में भी बढ़ोतरी, लेकिन भार सरकार पर
विद्युत विनियामक आयोग के अनुसार प्रदेश के 50 फीसदी उपभोक्ताओं पर बढ़ी हुई दरों का कोई भार नही पड़ेगा। किसानों की दी जाने वाली कृषि बिजली दरों में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन इसका बढ़ा हुआ भार राज्य सरकार वहन करेगी। इससे सरकार पर लगभग 2300 करोड़ रुपए का का सालाना भार आएगा। इस बढ़ोतरी से डिस्कॉम्स को प्रतिमाह लगभग 400 करोड़ की अतिरिक्त आर्थिक मदद मिलेगी।करीब एक करोड़ 40 लाख बिजली उपभोक्ता हैं
प्रदेश के लगभग एक करोड़ 40 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली की नई दरें तय कर दी है। आयोग ने डिस्कॉम्स को प्रत्येक फीडर पर फीडर इचार्ज को जिम्मेदार बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि बिजली की चोरी को रोका जा सके। आयोग ने विद्युत घाटे वाले सर्किल को गोद लेने के निर्देश भी दिए हैं। डिस्कॉम्स के एमडी को घाटे वाले दो सर्किल गोद लेने होंगे। वहीं तकनीकी निदेशक एक सर्किल गोद लेंगे। बिजली की चोरी की सूचना देने वालों के लिए प्रोत्साहन योजना लागू करने के निर्देश भी डिस्कॉम्स को दिए गए हैं।यहां देखें बढ़ी हुई दरों का किस पर कितना भार पड़ेगा
- बीपीएल और आस्था कार्डधारक विद्युत उपभोक्ताओं पर पहले की तरह 50 यूनिट तक 3.50 रुपए और फिक्स चार्ज सौ रुपए ही रखा गया है।- छोटे घरेलू बिजली उपभोक्ता जो 50 यूनिट हर माह खर्च करते हैं उनके लिए दर 3.85 पैसे प्रति यूनिट रखा गया है। लेकिन फिक्स चार्ज में 25 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।
- सामान्य घरेलू उपभोक्ताओं के पहले पचास यूनिट तक में 90 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। 50 से 150 यूनिट खर्च करने वाले उपभोक्ताओं पर प्रतिमाह 40 पैसे प्रति यूनिट का अतिरिक्त भार डाला गया है। इन दोनों श्रेणियों में फिक्स चार्ज में 30 रुपए प्रतिमाह की बढ़ोतरी की गई है।- सामान्य घरेलू उपभोक्ता श्रेणी दो में 150 यूनिट प्रतिमाह का उपभोग करने वालों पर 90 पैसे प्रति यूनिट का भार डाला गया है। वहीं फिक्स चार्ज में 55 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।- अन्य घरेलू श्रेणी में 150 से 300 यूनिट प्रतिमाह खर्च करने वाल उपभोक्ताओं पर 95 पैसे प्रति यूनिट का भार डाला गया है।- 300 से 500 यूनिट प्रतिमाह बिजली का उपभोग करने वालों पर भी 95 पैसे का भार आएगा। फिक्स चार्ज में 80 रुपए प्रतिमाह बढ़ोतरी की गई है।- 500 यूनिट प्रतिमाह से अधिक खर्च करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं पर 80 पैसे प्रति यूनिट का अतिरिक्त भार आएगा। लेकिन उनके फिक्स चार्ज में 115 रुपए प्रतिमाह बढ़ोतरी की गई है।अब तक आठ बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी हो चुकी है
उल्लेखनीय है कि बिजली कंपनियों की स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी। उसके बाद से अब तक 8 बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी हो चुकी है। नियामक आयोग ने नई दरों में छीजत को 15 फीसदी निर्धारित किया है ताकि इसका ज्यादा भार बिजली उपभोक्ताओं पर नहीं पड़े।
विद्युत विनियामक आयोग के अनुसार प्रदेश के 50 फीसदी उपभोक्ताओं पर बढ़ी हुई दरों का कोई भार नही पड़ेगा। किसानों की दी जाने वाली कृषि बिजली दरों में बढ़ोतरी की गई है, लेकिन इसका बढ़ा हुआ भार राज्य सरकार वहन करेगी। इससे सरकार पर लगभग 2300 करोड़ रुपए का का सालाना भार आएगा। इस बढ़ोतरी से डिस्कॉम्स को प्रतिमाह लगभग 400 करोड़ की अतिरिक्त आर्थिक मदद मिलेगी।करीब एक करोड़ 40 लाख बिजली उपभोक्ता हैं
प्रदेश के लगभग एक करोड़ 40 लाख बिजली उपभोक्ताओं के लिए राजस्थान विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली की नई दरें तय कर दी है। आयोग ने डिस्कॉम्स को प्रत्येक फीडर पर फीडर इचार्ज को जिम्मेदार बनाने के निर्देश दिए हैं ताकि बिजली की चोरी को रोका जा सके। आयोग ने विद्युत घाटे वाले सर्किल को गोद लेने के निर्देश भी दिए हैं। डिस्कॉम्स के एमडी को घाटे वाले दो सर्किल गोद लेने होंगे। वहीं तकनीकी निदेशक एक सर्किल गोद लेंगे। बिजली की चोरी की सूचना देने वालों के लिए प्रोत्साहन योजना लागू करने के निर्देश भी डिस्कॉम्स को दिए गए हैं।यहां देखें बढ़ी हुई दरों का किस पर कितना भार पड़ेगा
- बीपीएल और आस्था कार्डधारक विद्युत उपभोक्ताओं पर पहले की तरह 50 यूनिट तक 3.50 रुपए और फिक्स चार्ज सौ रुपए ही रखा गया है।- छोटे घरेलू बिजली उपभोक्ता जो 50 यूनिट हर माह खर्च करते हैं उनके लिए दर 3.85 पैसे प्रति यूनिट रखा गया है। लेकिन फिक्स चार्ज में 25 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।
- सामान्य घरेलू उपभोक्ताओं के पहले पचास यूनिट तक में 90 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की गई है। 50 से 150 यूनिट खर्च करने वाले उपभोक्ताओं पर प्रतिमाह 40 पैसे प्रति यूनिट का अतिरिक्त भार डाला गया है। इन दोनों श्रेणियों में फिक्स चार्ज में 30 रुपए प्रतिमाह की बढ़ोतरी की गई है।- सामान्य घरेलू उपभोक्ता श्रेणी दो में 150 यूनिट प्रतिमाह का उपभोग करने वालों पर 90 पैसे प्रति यूनिट का भार डाला गया है। वहीं फिक्स चार्ज में 55 रुपए की बढ़ोतरी की गई है।- अन्य घरेलू श्रेणी में 150 से 300 यूनिट प्रतिमाह खर्च करने वाल उपभोक्ताओं पर 95 पैसे प्रति यूनिट का भार डाला गया है।- 300 से 500 यूनिट प्रतिमाह बिजली का उपभोग करने वालों पर भी 95 पैसे का भार आएगा। फिक्स चार्ज में 80 रुपए प्रतिमाह बढ़ोतरी की गई है।- 500 यूनिट प्रतिमाह से अधिक खर्च करने वाले घरेलू उपभोक्ताओं पर 80 पैसे प्रति यूनिट का अतिरिक्त भार आएगा। लेकिन उनके फिक्स चार्ज में 115 रुपए प्रतिमाह बढ़ोतरी की गई है।अब तक आठ बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी हो चुकी है
उल्लेखनीय है कि बिजली कंपनियों की स्थापना वर्ष 2000 में हुई थी। उसके बाद से अब तक 8 बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी हो चुकी है। नियामक आयोग ने नई दरों में छीजत को 15 फीसदी निर्धारित किया है ताकि इसका ज्यादा भार बिजली उपभोक्ताओं पर नहीं पड़े।