Bharat Jodo Yatra in UP / भारत जोड़ो यात्रा की यूपी में हुई एंट्री, टिकैत का भी मिला साथ, जाटलैंड में दशकों से सुस्त कांग्रेस में जान फूकेंगे राहुल

Zoom News : Jan 03, 2023, 10:51 AM
Bharat Jodo Yatra: कन्याकुमारी से कश्मीर तक के लिए निकली कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' मंगलवार को उत्तर प्रदेश से एंट्री करेगी. राहुल गांधी दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में स्थित हनुमान मंदिर से पदयात्रा कर दोपहर में गाजियाबाद के लोनी बार्डर से यूपी में दाखिल होंगे. इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी उनके साथ तीन दिनों तक यात्रा में शामिल रहेंगी. राहुल को यूपी में किसान नेता राकेश टिकैत का साथ तो मिला, लेकिन विपक्षी दल के नेताओं का सिर्फ आशिर्वाद ही मिल सका है.

तीन जिलों से होकर गुजरेगी यात्रा

उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा 130 किमी का सफर तय करेगी और पश्चिमी यूपी के 3 जिलों से गुजरेगी. जाटलैंड में सालों से सुस्त पड़ी कांग्रेस में राहुल गांधी जान फूंकते नजर आएंगे. अपने तीन दिनों यात्रा में यूपी के तीन लोकसभा सीटें और 11 विधानसभा क्षेत्रों की साधने की कवायद करेंगे. पदयात्रा गाजियाबाद, बागपत और शामली जिले की 11 विधानसभा क्षेत्रों से गुजरेगी. 

भारत जोड़ो यात्रा पश्चिम यूपी के तीन जिलों से गुजरेगी, लेकिन पार्टी ने प्रदेश भर से लोगों को बुलाया गया है. कांग्रेस ने पार्टी के नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के अलावा प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं और छोटे दलों के प्रतिनिधियों को भी यात्रा में शामिल होने का न्योता दिया है. कांग्रेस की कोशिश है कि यात्रा के जरिए सूबे में अपनी ताकत दिखाने के साथ ही विपक्षी एकता का अवसर भी इसे बनाया जाए, लेकिन विपक्षी दलों का साथ नहीं सिर्फ आशिर्वाद ही मिला है. 

विपक्षा का मिला सिर्फ आशिर्वाद

सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारत जोड़ो यात्रा के लिए राहुल गांधी को बधाई दी है. उन्होंने एक पत्र भेज कर कहा है कि उम्मीद है ये यात्रा अपने लक्ष्य को हासिल करेगी. बसपा प्रमुख मायावती ने लिखा है कि यात्रा में शामिल होने के लिए मिली चिट्ठी के लिए राहुल गांधी को धन्यवाद देती हूं. आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी ने भी अपनी व्यस्तता का हवाला देकर भारत जोड़ो यात्रा से किनारा कर लिए है. सुभासपा के प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने भी यात्रा में शामिल होने के लिए किसी तरह का कोई बयान नहीं दिया. 

राकेश टिकैत का मिला साथ

भारत जोड़ो यात्रा में सामाजिक संगठन से जुड़े हुए लोग और किसान संगठन को भी न्योता भेजा गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और यूपी प्रभारी प्रदीप नरवाल ने बताया कि भारत जोड़ो यात्रा को समाज के सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है. ऐसे में किसान नेता राकेश टिकैत भी यात्रा का स्वागत करेंगे. किसान युनियन के कार्यकर्ता यात्रा का समर्थन किया है. इस तरह से जाटलैंड और किसान बेल्ट में राकेश टिकैत के साथ आने से कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं. 

राहुल-प्रियंका यात्रा साथ करेंगे

उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी भी पदयात्रा करती हुई नजर आएंगी. प्रियंका गांधी यूपी की प्रभारी हैं, इसलिए राहुल गांधी के साथ सूबे में चारों दिन वह पदयात्रा करेंगी. प्रियंका इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ मध्य प्रदेश और राजस्थान में पैदल चल चुकी हैं, लेकिन अब उनके यूपी में भी भाई-बहन एक साथ पदयात्रा कर सियासी माहौल बनाते हुए नजर आएंगे. इसीलिए राहुल और प्रियंका के एक साथ पोस्टर लगाए गए हैं. 

जाटलैंड में साधेंगी सियासत? 

यूपी के कुल 75 जिलों में से महज तीन जिलों से भारत जोड़ो यात्रा निकलेगी, लेकिन इस दौरान राहुल राजनीतिक समीकरण साधते हुए नजर आएंगे. यूपी में यात्रा की शुरुआत गाजियाबाद जिले की लोनी विधानसभा से होगी, जो गाजियाबाद लोकसभा का हिस्सा है. राहुल गांधी तीन जनवरी को सभा को संबोधित करेंगे और अगले दो दिन यूपी की राजनीति के लिहाज से सबसे अहम बागपत व शामली में बीतेंगे. 

जाटलैंड के नाम से पहचान रखने वाले पश्चिम यूपी में कांग्रेस की काफी लंबे समय से राजनीतिक पकड़ मजबूत नहीं हो रही है. गाजियाबाद में 2004 में आखिरी बार कांग्रेस के सांसद सुरेंद्र गोयल बने थे, उसके बाद से बीजेपी का कब्जा है. 2004 में भी कांग्रेस ने आरएलडी से गठबंधन करने के बाद जीता था और 1984 के बाद यह जीत मिली थी, लेकिन उसे संभालकर नहीं रख सकी. 

बागपत लोकसभा में साल 1996 में आखिरी बार चौधरी अजित सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़कर जीत दिलाई थी. उसके बाद वह लगातार आरएलडी से चुनाव लड़ते रहे. शामली जिले की कैराना लोकसभा सीट पर कांग्रेस से आखिरी बार 1984 में अख्तर हसन सांसद रहे है. इस तरह गाजियाबाद में 14 साल, बागपत में 27 साल तो कैराना में 39 साल से कांग्रेस को अपनी खोई जमीन नहीं मिल सकी है. अब भारत जोड़ो यात्रा में कांग्रेस को जाटलैंड के बड़े किसान संगठन भाकियू का साथ मिलने से कुछ उम्मीद जगी है. 

जातीय समीकरण साधेगी कांग्रेस

कांग्रेस ने यूपी में भारत जोड़ो यात्रा के बहाने राजनीतिक और सामाजिक समीकरण साधने का प्लान बनाया है. इसी कड़ी में अतिपिछड़े वर्ग के अलग-अलग जाति के नेताओं और संगठन के लोग राहुल गांधी की साथ पदयात्रा में शिरकत करेंगे. इसे लेकर पार्टी नेता अनिल यादव ने बताया कि अतिपिछड़ी जातियों के जितने भी संगठन के नेता हैं, उन्हें भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेज दिया गया है. 

राजभर, पाल, कुशवाहा, नाई, बंजारा, कुर्मी, मल्लाह, कश्यप, सैनी, शाक्य, चौहान सहित अतिपिछड़ी जाति के नेता राहुल गांधी के संग पहली कतार में चलेंगे. राहुल गांधी से अतिपिछड़े वर्ग के नेता अपनी समस्याएं और मुद्दों पर बात करेंगे. भारत जोड़ो यात्रा में दलित और अदिवासी समुदाय के लोग भी राहुल के साथ पदयात्रा करेंगे. इसके अलावा सिविल सोसायटी और सामाजिक संगठन से जुड़े हुए लोग भी शिरकत करेंगे तो साहित्यकार और बुद्धजीवियों भी शामिल होंगे.

कश्मीर में खत्म होगी राहुल की यात्रा

उत्तर प्रदेश के जिला गाजियाबाद के लोनी बॉर्डर से भारत जोड़ो यात्रा एंट्री करेगी. इसके बाद चार जनवरी को बागपत, पांच जनवरी को शामली और छह जनवरी को कैराना से होकर हरियाणा के सोनीपत जिले में प्रवेश में कर जाएगी. छह जनवरी से 10 जनवरी तक भारत जोड़ो यात्रा हरियाणा में रहेगी. इसके बाद यह यात्रा 11 जनवरी को पंजाब में प्रवेश करेगी और एक दिन के लिए 19 जनवरी को हिमाचल प्रदेश से भी गुजरेगी. भारत जोड़ो यात्रा 20 जनवरी को जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करेगी और फिर 30 जनवरी को राहुल गांधी तिरंगा फहराकर समापन करेंगे.

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