News18 : Nov 14, 2019, 03:14 PM
टेक डेस्क | फेसबुक (Facebook) ने अपने प्लेटफॉर्म से 540 करोड़ फेक अकाउंट्स (Fake Accounts) को रिमूव कर दिया है। इस बात की जानकारी कंपनी ने बुधवार को दी। एएफपी के मुताबिक फेसबुक ने कहा कि कुल ऐक्टिव यूज़र्स की तुलना में 5 फीसदी फेक अकाउंट्स हैं। बता दें कि पिछले साल फेसबुक ने 330 करोड़ फेक अकाउंट्स को रिमूव किया था, इस साल रिमूव किए गए फेक अकाउंट्स पिछले साल में हटाए गए अकाउंट्स की तुलना में डेढ़ गुना से भी ज्यादा है।Facebook ने अपनी लेटेस्ट ट्रांसपेरेंसी रिपोर्ट में बताया है, 'हमने फेक अकाउंट्स को पहचानने की क्षमता को बेहतर किया है। इससे फेक अकाउंट्स से निपटने में मदद मिलेगी। डिटेक्शन सिस्टम की मदद से कंपनी हर रोज लाखों फेक अकाउंट्स को बनने से रोकती है। Facebook के मुताबिक, फेक अकाउंट वे होते हैं जिन्हें किसी व्यक्ति या संस्थान के नाम से बनाए जाते हैं और जिनका वास्तविकता से कोई लेना-देना ही नहीं है।बता दें कि फेसबुक ने फेक अकाउंट्स को हटाने के लिए काफी निवेश किया है। डीटेल रिपोर्ट में यह भी पता चला है कई सरकारों द्वारा फेसबुक यूज़र्स के डेटा की मांग 16 फीसदी तक बढ़ गई है। सबसे ज्यादा इसकी रिक्वेस्ट यूएस से, इसके बाद इंडिया से की गई है। फिर यूके, जर्मनी और फ्रांस का नंबर है। फेसबुक के डिप्टी जनरल काउंसिल क्रिस सोंडरबाई ने कहा, 'हम हमेशा सरकार के सभी रिक्वेस्ट को स्वीकार करते हैं और पता करते हैं कि कोई अकाउंट लीगल है कि नहीं।'इस खुलासे के बाद पता चलता है कि फेसबुक के सामने फेक अकाउंट्स को हटाने का कितना बड़ा चैलेंज है। रिपोर्टर्स को फेसबुक के सीईओ मार्क ज़करबर्ग ने बताया कि 'रिमूव किए गए फेसबुक अकाउंट्स का नंबर काफी बड़ा है इसका यह मतलब नहीं कि प्लेटफॉर्म पर ज्यादा नुकसानदायक कटेंट है बल्कि इसका यह मतलब है कि हम इसे हटाने के लिए ज्यादा काम कर रहे हैं।'फेसबुक की इस नई ट्रासपैरेंसी रिपोर्ट में न सिर्फ फेसबुक के बारे में बल्कि इन्स्टाग्राम के बारे में भी जानकारी दी गई है। फेसबुक ने आतंकवाद, नफरत फैलाने वाली, चाइल्ड पॉर्न और सुसाइड जैसी पोस्ट के बारे में भी बताया है। फेसबुक ने कहा कि अपनी इस प्रोग्रेस से हम लोग काफी खुश हैं फिर भी ये सारी टेक्नॉलजी परफेक्ट नहीं है और हम लोग जानते हैं कि गलतियां हो सकती हैं।