टेक्नोलॉजी / फर्जी है Coronavirus फैलाने के मकसद से बर्तनों को चाटने वाला वायरल वीडियो, जानें सच्चाई

कोरोना वायरस को लेकर जहां पूरी दुनिया जहां वैक्सीन बनाने में लगी है, वहीं सरकार और मीडिया, सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी वीडियो और फोटो को लेकर एक अलग ही लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार ने एक आदेश भी जारी किया है जिसके तहत कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही गई है लेकिन कुछ लोग आदेश को दरकिनार करके बिना जांच किए सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट शेयर कर रहे हैं।

AMAR UJALA : Apr 04, 2020, 05:41 PM
टेक्नोलॉजी | कोरोना वायरस को लेकर जहां पूरी दुनिया जहां वैक्सीन बनाने में लगी है, वहीं सरकार और मीडिया, सोशल मीडिया पर वायरल फर्जी वीडियो और फोटो को लेकर एक अलग ही लड़ाई लड़ रहे हैं। सरकार ने एक आदेश भी जारी किया है जिसके तहत कोरोना वायरस को लेकर सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही गई है लेकिन कुछ लोग आदेश को दरकिनार करके बिना जांच किए सोशल मीडिया पर फर्जी पोस्ट शेयर कर रहे हैं।

Coronavirus फैलाने के मकसद से बर्तनों को चाटने का दावा

हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब वायरल हुआ था जिसे लेकर दावा किया गया था कि एक समुदाय के लोग कोरोना वायरस फैलाने के मकसद से बर्तनों को चाट रहे हैं। फेसबुक पर Public सब जानती है पेज पर भी इस वीडियो को शेयर किया गया और कैप्शन लिखा गया "मस्जिदों में छुपे मुसलमान खाली बर्तनों को झूठा करते हुए ताकि ज्यादा से ज्यादा ये महामारी फैल सके.......... ये मुसलमान पहले से ही KORONA ग्रसित है ये लोग जानते है और सरकार इन्हें पकड़ के इलाज करा रहे है, आखिर क्यों......... भारत में कोरोना फैल नहीं रहा है बल्कि फैलाए जा रहा हैं। देखें वीडियो में)"। हालांकि पेज से अब इस वीडियो को डिलीट कर दिया गया है।

2018 का है वायरल हो रहा है वीडियो, फर्जी है कोरोना फैलाना का दावा

गूगल पर ‘Muslims licking utensils’ सर्च करने पर 31 जुलाई 2018 का एक वीडियो मिलता है। यह यही वीडियो है जिसे अब 2020 में वायरल किया जा रहा है। 2018 के वीडियो का कैप्शन लिखा है कि दाऊदी बोहरा बर्तनों से बचे हुए भोजन को चाटते हैं, ताकि एक भी अन्न बर्बाद ना हो। वहीं प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी) की फैक्ट चेकिंग टीम ने इस वीडियो को फर्जी करार दिया है। 

पीआईबी ने ट्वीट करके कहा है कि एक वीडियो में दावा किया जा रहा है और इसे सोशल मीडिया पर फैलाया जा रहा है कि #Coronavirus फैलाने के लोग बर्तनों को चाट रहे हैं। #PIBFactcheck द्वारा इस वीडियो की पड़ताल की गई और पाया गया है कि यह वीडियो पुराना है और इसका #Covid19 को फैलाने से कोई संबंध नहीं है। यह वीडियो 2018 में भी इसी तरह के दावे के साथ वायरल हुआ था।

तो आप सभी से गुजारिश है कि सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर आए किसी भी फोटो, मैसेज और वीडियो को भावनाओं में आकर फॉरवर्ड ना करें। पहले उसकी सच्चाई जानने की कोशिस करें और उसके बाद ही उसके बारे में कोई निर्णय लें।