न्‍यूयॉर्क / कोरोना वायरस का इलाज कर रही महिला डॉक्टर ने की सुसाइड, ये है वजह

कोरोना वायरस के रोगियों का इलाज करने वाले न्यूयॉर्क के एक शीर्ष इमरजेंसी रूम की महिला डॉक्‍टर ने आत्‍महत्‍या कर ली। डॉ।लोर्ना ब्रीन की मौत को इस महामारी से लड़ने के दौरान सामने आ रही मुश्किलों से जोड़कर देखा जा रहा है। यह 49 वर्षीय डॉक्‍टर न्यूयॉर्क-प्रेस्बिटेरियन एलन अस्पताल के आपातकालीन विभाग की मेडिकल डायरेक्‍टर थीं।

Zee News : Apr 29, 2020, 02:48 PM
न्‍यूयॉर्क: कोरोना वायरस (Coronavirus) के रोगियों का इलाज करने वाले न्यूयॉर्क के एक शीर्ष इमरजेंसी रूम की महिला डॉक्‍टर ने आत्‍महत्‍या कर ली। डॉ।लोर्ना ब्रीन की मौत को इस महामारी से लड़ने के दौरान सामने आ रही मुश्किलों से जोड़कर देखा जा रहा है। यह 49 वर्षीय डॉक्‍टर न्यूयॉर्क-प्रेस्बिटेरियन एलन अस्पताल के आपातकालीन विभाग की मेडिकल डायरेक्‍टर थीं। 

पुलिस ने एक बयान में कहा कि वह रविवार को वर्जीनिया के शार्लोट्सविले में आत्महत्या करने के लिए खुद को पहुंचाई गई चोटों से मर गईं। यहां वह अपने परिवार के साथ रह रही थीं।  

डॉक्‍टर के पिता डॉ। फिलिप ब्रीन के अनुसार, उन्हें कोई मानसिक बीमारी नहीं थी। उन्‍होंने कहा कि उसका काम बहुत थकाने वाला और मरीजों को हो रहे आघातों से निपटने वाला था। वे एक पेशेंट के जरिए इस घातक वायरस के संपर्क में आ गई थीं।  

उन्‍होंने कहा, "वो जो कर सकती थी, उसने किया। वह इस युद्ध से हताहत थी। हालांकि वह लगभग 10 दिनों के बाद ही काम पर वापस चली गई थी क्योंकि वह काम पर मौजूद न होने के कारण खुद को दोषी महसूस कर रही थी।''

अमेरिकन कॉलेज ऑफ इमरजेंसी फिजीशियन के अध्यक्ष ने कहा कि उनकी मृत्यु इस त्रासदी की एक दुखद याद की तरह रहेगी जिससे अभी कई हेल्‍थकेयर वर्कर्स गुजर रहे हैं। बता दें कि डॉ। ब्रीन भी इस संस्‍थान की एक सदस्य थीं। 

वहीं जिस अस्पताल में वे काम करती थीं वहां उन्हें एक नायक मानते हुए कहा गया, "वह एक नायक थीं, जिसने आपातकालीन विभाग की चुनौतीपूर्ण स्थितियों से चिकित्‍सा के उच्चतम आदर्शों के साथ निपटा।"