Zoom News : Jun 30, 2019, 11:53 AM
श्रीनगर. अमरनाथ यात्रा के लिए रविवार सुबह श्रद्धालुओं का पहला जत्था जम्मू बेस कैम्प से रवाना हो गया। जम्मू-कश्मीर में राज्यपाल के सलाहकार केके शर्मा ने जत्थे को हरी झंडी दिखाई। पहले जत्थे में 2,234 श्रद्धालु रवाना हुए। शर्मा के मुताबिक, यात्रा के लिए सभी सुरक्षा व्यवस्थाएं की गई हैं। वहीं, केंद्रीय मंत्री जीतेंद्र सिंह ने कहा कि राज्य में आतंकवाद खत्म होने की कगार पर है। उम्मीद है 2020 में अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत नहीं होगी।शर्मा ने कहा, ‘‘आज (रविवार) सुबह यात्रियों को हरी झंडी दिखाकर अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना कर दिया गया। यात्रा के लिए पिछले साल की तरह ही सुरक्षा व्यवस्था की गई। सरकार की तरफ से मैंने खुद पहलगाम और बालटाल जाकर सभी व्यवस्थाएं देखीं। जम्मू और कश्मीर के बीच रास्ते में यात्रियों के लिए सभी जरूरी इंतजाम किए गए हैं।’’‘सुरक्षा व्यवस्था से स्थानीय नागरिकों को तकलीफ नहीं’उन्होंने कहा, ‘‘सरकार की सुरक्षा व्यवस्था से किसी भी स्थानीय नागरिक को दिक्कत नहीं हुई। उम्मीद है कि स्थानीय लोग और राजनीतिक पार्टियां भी श्रद्धालुओं की अमरनाथ यात्रा में सहयोग करेंगे। कई अन्य संस्थाओं ने भी सहयोग के लिए अपनी रुचि दिखाई है।’’ 45 दिन की अमरनाथ यात्रा का समापन 15 अगस्त को श्रावन पूर्णिमा पर्व के दिन होगा।आतंक के खिलाफ अभियान अंतिम दौर मेंइससे पहले शनिवार को जीतेंद्र सिंह ने कहा, ‘‘जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान अंतिम दौर में है। राज्य में आतंकवाद खात्मे की कगार पर है। उम्मीद है कि अगले साल 2020 में अमरनाथ यात्रा के लिए किसी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था की जरूरत ही नहीं पड़ेगी।’’पहले जत्थे में 2,234 श्रद्धालु रवानापुलिस सूत्रों के मुताबिक, ‘‘तीर्थयात्रियों के पहले जत्थे में 1,051 श्रद्धालु उत्तरी कश्मीर के बालटाल शिविर और 1,183 श्रद्धालु पहलगाम शिविर के लिए रवाना हुए हैं। श्रद्धालुओं में 1,839 पुरुष, 333 महिलाएं, 45 साधु और 17 बच्चे हैं। सभी तीर्थयात्री सुरक्षा दस्ते के साथ काफिलों में रवाना हुए।’’