दुनिया / न्‍यूजीलैंड में 102 दिन बाद कोरोना वायरस का पहला केस, सख्‍त लॉकडाउन का ऐलान

NavBharat Times : Aug 11, 2020, 04:15 PM
वेलिंगटन: कोरोना वायरस से 102 दिनों तक दूर रहने के बाद न्‍यूजीलैंड में घरेलू स्‍तर पर इस महामारी से संक्रमण का पहला मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि एक ही परिवार के चार सदस्‍यों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया है। इस केस के सामने आने के बाद पूरे देश में एक बार फिर से सख्‍त लॉकडाउन लागू कर दिया गया है। इस परिवार के संपर्क में आने वाले सभी लोगों को अलग-थलग कर दिया गया है।

पूरी दुनिया इन दिनों कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही है। ऐसे में न्यूजीलैंड दुनिया में एक मिसाल की तरह उभर कर सामने आया है। न्यूजीलैंड की सरकार ने मार्च के अंत में सख्ती से लॉकडाउन लागू कर संक्रमण को पूरी तरह काबू कर लिया गया था। उस समय यहां सिर्फ 100 लोग ही वायरस से संक्रमित थे। रविवार को ही यहां घरेलू स्तर पर संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आने के 100 दिन पूरे हुए थे।

न्यूजीलैंड में पिछले तीन महीने से केवल चंद लोग ही संक्रमित पाए गए हैं। इनमें भी ऐसे लोग हैं, जो विदेशों से लौट रहे हैं। उन्हें सीमा पर ही आइसोलेशन में भेज दिया गया है। ‘यूनिवर्सिटी ऑफ ओटागो’ में महामारी विशेषज्ञ प्रफेसर माइकल बेकर ने कहा, 'यह अच्छे विज्ञान और बेहतरीन राजनीतिक नेतृत्व का कमाल है। यदि आप दुनियाभर में देखें, तो जिन देशों ने संक्रमण को काबू पाने में सफलता हासिल की है, वहां आमतौर पर इन दोनों चीजों का संगम है।'


प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न के नेतृत्व की हर तरफ तारीफ

कोरोना पर पूरी तरह काबू पाने के लिए न्यूजीलैंड की प्रधानमंत्री जैसिंडा अर्डर्न के नेतृत्व की हर तरफ तारीफ हो रही है। उन्होंने लॉकडाउन में लोगों को रोज स्थिति की जानकारी दी और सख्ती से लॉकडाउन का पालन कर संक्रमण से निपटने का भरोसा दिलाया। न्यूजीलैंड में अब तक संक्रमण के करीब 1,500 मामले सामने आए हैं। इनमें से 22 लोगों की मौत हुई है। कोरोना पर काबू पाने के बाद यहां जिंदगी पटरी पर लौट रही थी। 50 लाख की आबादी वाले इस देश में खेलों का आयोजन शुरू हो चुका है। वहीं, लोग बार और रेस्तरां में भी जा रहे हैं।


कोरोना वायरस पर कैसे पाया काबू?

प्रफेसर माइकल बेकर बताते हैं कि न्यूजीलैंड ने शुरू से साहसी और सख्त फैसले लिए। शुरुआत में ही काफी सख्त लॉकडाउन लगाया। अपनी सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया और स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर जोर दिया। इसी का नतीजा है कि कई देशों में अर्थव्यवस्था की स्थिति डगमगा रही है, तो न्यूजीलैंड अपने यहां बेरोजगारी दर को 4 फीसद पर रखने में कामयाब रहा है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER