इंडिया / पहले निकाह होगा, फिर सोचेंगे की बेटा होगा या बेटी: एनसीपी को समर्थन पर ओवैसी

NDTV : Nov 12, 2019, 04:45 PM
नई दिल्ली | महाराष्ट्र में शिवसेना सरकार बनाएगी या नहीं इसका फैसला कांग्रेस के फैसले पर निर्भर कर रहा है। इन सब के बीच राज्य की मौजूदा राजनीतिक हालात को लेकर AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने NCP को समर्थन देने को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि पहले निकाह होगा, उसके बाद सोचेंगे की बेटा होगा या बेटी होगी। अभी तक निकाह ही नहीं हुआ। इससे पहले ओवैसी ने कहा था कि हम किसी भी हालत में शिवसेना या बीजेपी की अगुवाई वाली सरकार का समर्थन नहीं करेंगे।

मुझे इस बात की खुशी है कि अब एनसीपी और कांग्रेस शिवसेना को समर्थन देने जा रहे हैं। इससे आम जनता को तो पता चल जाएगा कि आखिर किसने किसका वोट काटा। 

उधर, महाराष्ट्र में सरकार गठन पर दुविधा और भी बढती जा रही है। पहले बीजेपी (BJP) ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया, फिर शिवसेना (Shiv Sena) तय डेडलाइन में समर्थन की चिट्ठी नहीं दे सकी। शिवसेना ने राज्यपाल से और 48 घंटे की मोहलत मांगी, जिसे राज्यपाल ने नहीं माना। अब राज्यपाल ने एनसीपी (NCP) को सरकार बनाने का मौक़ा दिया है। आज यानी मंगलवार रात साढ़े आठ बजे तक एनसीपी को जवाब देना है। उससे पहले एनसीपी के सूत्रों के मुताबिक कहा गया कि जब तक कांग्रेस सरकार में शामिल नहीं होती तब तक एनसीपी भी शिवसेना के साथ सरकार में नहीं जाएगी।

सूत्र के मुताबिक एनसीपी (NCP) नहीं चाहती कि 3 महीने में सरकार गिर जाए। एनसीपी चाहती है कि राज्य में स्थिर सरकार हो जो NCP, कांग्रेस और शिवसेना मिलकर ही बन सकती है। इसके पहले महाराष्ट्र में राज्यपाल ने शिवसेना को 48 घंटे की मोहलत नहीं दी, रविवार को राज्यपाल ने शिवसेना को चिट्ठी लिखकर कहा था कि सोमवार साढ़े 7 बजे तक सरकार बनाने की इच्छा जताए, शिवसेना की तरफ़ से आदित्य ठाकरे ने राजभवन जाकर सरकार बनाने की इच्छा जताई और 48 घंटे का समय मांगा, जो उन्हें नहीं मिला।

NCP सुबह 11 बजे अपने विधायकों के साथ बैठक करेगी। बैठक के लिए शरद पवार और सुप्रिया सुले एक साथ निकले, जबकि अजीत पवार दूसरी गाड़ी से निकले। बैठक में जाने से पहले अजीत पवार ने कहा, ''दिल्ली से कांग्रेस का फोन था कि क्या आज दिल्ली में शरद पवार मीटिंग के लिये आ सकते हैं। हमने कहा कि आज विधायकों के साथ बैठक है इसलिए संभव नहीं होगा। लेकिन महाराष्ट्र के कांग्रेस नेताओं से हमने कहा है कि वो मुंबई आएं और हम मीटिंग कर एक कॉमन मिनिमम कार्यक्रम बनाते हैं उन्होंने कहा है आने के लिए देखते हैं।''

यह पूछने पर कि कांग्रेस नेता अगर आज आ नहीं रहे हैं तो राष्ट्रपति शासन लग जायेगा? तो उन्होंने कहा कि यहां आना जरूरी नहीं है। फोन पर भी बात हो सकती है। अजीत पवार ने ये साफ किया कि कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा है और जो भी फैसला है वो साथ में है। शिवसेना के साथ कभी हमने मिलकर चुनाव नहीं लड़ा है इसलिए कांग्रेस थोड़ा वक्त ले रही है।

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