News18 : Dec 12, 2019, 11:13 AM
गुवाहाटी। नागरिकता (संशोधन) विधेयक (Citizen Amedment Bill) को लेकर व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच सुप्रीम कोर्ट में पहली याचिका दायर की गई है। इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के 4 सांसदों ने इस बिल के खिलाफ याचिका दाखिल की। याचिका में कहा गया है कि भारत का संविधान धर्म के आधार पर वर्गीकरण की इजाजत नहीं देता। ऐसे में नागरिकता संशोधन बिल असंवैधानिक है। ये बिल संविधान के अनुच्छेद 14 के तहत ट्वीन टेस्ट पर खरा नहीं उतरता है। इससे पहले नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा में भी पास हो गया। इस बिल को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों खासकर असम और त्रिपुरा में जबदस्त विरोध हो रहा है। न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल के डिब्रूगढ़ स्थित घर पर पथराव किया। इसके अलावा असम के ही दुलियाजन में प्रदर्शनकारियों ने केंद्रीय मंत्री रामेश्वर तेली के घर पर हमला किया। देर रात हालात बिगड़ने पर गुवाहाटी और जोरहाट में सेना को बुला लिया है। वहीं, त्रिपुरा में असम राइफल्स के जवानों को तैनात किया गया है।
Indian Union Muslim League (IUML) have filed a writ petition against #CitizenshipAmendmentBill2019 in Supreme Court today.
— ANI (@ANI) December 12, 2019