चिंताजनक / न्यूयॉर्क में पांच साल के बच्चे की रहस्यमयी लक्षण से मौत, अब तक ऐसे 73 मामले आए सामने

AMAR UJALA : May 10, 2020, 08:16 AM
कोरोना वायरस की वजह से दुर्लभ इंफ्लेमेट्री सिंड्रम से पीड़ित हुए पांच वर्ष के बालक की न्यूयॉर्क में मौत हो गई। यह चिंताजनक पहला मामला नहीं है, सात साल के एक बच्चे की भी इसी रहस्यमी बाल रोग से हुई मौत की जांच अभी चल ही रही है। इन लक्षणों को फिलहाल कोविड-19 संबंधित पीडियाट्रिक मल्टी-सिस्टम इंफ्लेमेट्री सिंड्रम नाम दिया गया है।

इन मामलों में कावासाकी रोग और टॉक्सिक शॉक सिंड्रम जैसे लक्षण नजर आ रहे हैं। इसकी वजह भी कोरोना वायरस को बताया गया है। अब तक ऐसे 73 मामले सामने आए हैं। न्यूयॉर्क सिटी के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 17 अप्रैल से 1 मई के बीच अस्पतालों में कावासाकी रोग और टॉक्सिक शॉक सिंड्रम से पीड़ित 15 बच्चे लाए गए। इनकी उम्र दो से 15 वर्ष थी। पांच में कोविड-19 रोग मिला। 8 बच्चों को ब्लड प्रेशर सपोर्ट व पांच को वेंटिलेटर पर रखा गया। पिछले हफ्ते सात वर्षीय बालक की मौत वालहाला के मारिया फेरेरी बाल चिकित्सालय में हुई थी। यहां के फिजिशियन इन चीफ माइकल ग्विट्ज के अनुसार बच्चे में न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी पैदा हो गई थीं। उन्हाेंने रहस्यमी इंफ्लेमेट्री सिंड्रम को मौत की वजह बताया और कहा कि अधिकतर बच्चों में संक्रमण होने पर भी लक्षण सामने नहीं आते, ऐसे में यह दुर्लभ, लेकिन घातक है।

न्यूयॉर्क में हुई इस तरह की दूसरी मौत, अब तक 73 बच्चों में मिले हैं ऐसे घातक लक्षण

कोरोना वायरस से इसलिए जोड़ रहे

इस इंफ्लेमेट्री सिंड्रम को कोरोना वायरस से जोड़ने की वजह यूनाइटेड किंगडम में मिले अनुभव हैं। यहां इंफ्लेमेट्री सिंड्रम में कावासाकी रोग और टॉक्सिक शॉक सिंड्रम जैसे, लेकिन कुछ नए लक्षण भी मिले। बच्चों में लगातार बुखार, पेट दर्द, त्वचा में रैश और हृदय व धमनी रोग के लक्षण थे। इन बच्चों को आईसीयू में रखा गया था।

 

लक्षण: 5 दिन बुखार से भांपें

न्यूयॉर्क प्रशासन ने अभिभावकों को यह लक्षण मिलने पर बच्चों को तुरंत अस्पलात पहुंचने के लिए कहा है...

पांच दिन से बुखार। हालांकि यह लंबी अवधि है, इसलिए बुखार होने पर शुरू में ही सतर्क रहें

 नवजात को स्तनपान या तरल भोजन लेने में भी परेशानी

उल्टी-दस्त, त्वचा का रंग बदलना

सांस लेने में दिक्कत, थकान, चिड़चिड़ाहट

घर में मिला था संक्रमण

न्यूयॉर्क की वेस्टचेस्टर काउंटी के स्वास्थ्य विभाग के डॉ. डायल हेवलेट के अनुसार जिन बच्चों में इंफ्लेमेट्री रोग के लक्षण मिले, उनके घर में पहले भी कोई न कोई कोरोना वायरस से संक्रमित मिला है। अस्पताल लाने से दो-चार दिन पहले तक बच्चों में कोई लक्षण नहीं थे।

वायरस से संघर्ष का नया अध्याय

बच्चे वायरस की चपेट में आ रहे हैं, यह अभिभावकों के लिए दुस्वप्न है। कोविड-19 के बारे में हमें बताया गया था कि यह बच्चें में नहीं होगा। लेकिन अब बच्चों में वायरस मिल रहा है। वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई का नया अध्याय शुरू हो रहा है।


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