देश / अधिकारियों समेत भारतीयों को लेकर गुजरात के जामनगर पहुंचा वायुसेना का विमान

Zoom News : Aug 17, 2021, 02:51 PM
जामनगर: अफगानिस्तान (Afghanistan) में जारी हिंसक हालात के बीच भारतीय अधिकारियों (Indian Officials) को लेकर काबुल (Kabul) से रवाना हुआ भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) का विमान गुजरात (Gujrat) के जामनगर (Jamnagar) में लैंड हो चुका है. सूत्रों ने समाचार एजेंसी एएनआई को इसकी जानकारी दी है. इससे पहले सूत्रों ने बताया था कि अफगानिस्तान में फंसे हुए भारतीय नागरिकों को बाहर निकालने के लिए सरकार योजना बना रही है. सूत्रों ने कहा था कि वायुसेना के C-17 ग्लोबमास्टर विमान ने काबुल से 120 से अधिक भारतीय अधिकारियों के साथ उड़ान भरी.

भारतीय अधिकारियों को सोमवार शाम को काबुल एयरपोर्ट (Kabul Airport) के सुरक्षित इलाकों में ले जाया गया था. यहां पर ये भारतीय वायुसेना के विमान का इंतजार कर रहे थे. अफगानिस्तान में अभी भी कई भारतीय नागरिक मौजूद हैं, जो स्वदेश वापसी की राह देख रहे हैं. फिलहाल वे हिंसा वाले इलाकों से दूर सुरक्षित स्थानों पर हैं. माना जा रहा है कि एक या दिनों के भीतर उनकी भी स्वदेश वापसी होगी. सरकार इसके लिए एक विशेष विमान को भेज सकती है. वहीं, सरकार ने अभी तक अफगानिस्तान में फंसे हुए नागरिकों की संख्या की जानकारी नहीं दी है. इसके पीछे की वजह से सुरक्षा कारण हैं.

‘अफगानिस्तान सेल’ का गठन किया गया

इससे पहले, रविवार रात भी भारतीय वायुसेना का एक विमान काबुल पहुंचा था. इस दौरान इसने कुछ भारतीय नागरिकों को लेकर स्वदेश के लिए उड़ान भरी और सोमवार सुबह भारत में लैंड हुआ. सूत्रों ने बताया है कि अभी इन विमानों को काबुल के कई चक्कर लगाने हैं. इस तरह एक बार फिर भारतीय वायुसेना भारतीयों के लिए रक्षक साबित हो रही है.

भारत सरकार पहले ही कह चुकी है कि वह अफगानिस्तान में बिगड़ते हालातों के बीच अपने नागरिकों की सुरक्षा करेगी. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने भारतीय नागरिकों के अफगानिस्तान से भारत लौटने समेत दूसरे मामलों के लिए एक विशेष ‘अफगानिस्तान सेल’ का गठन किया है. लोगों के बीच संपर्क को बढ़ाने के लिए एक मोबाइल नंबर और एक ईमेल आईडी भी जारी की गई है.

अफगानिस्तान में तुरंत समाप्त हो हिंसा

वहीं, संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि और सुरक्षा परिषद (UNSC) के अध्यक्ष राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने सोमवार को अफगानिस्तान में शत्रुता और हिंसा को तत्काल समाप्त करने की आवश्यकता पर जोर दिया. साथ ही, उन्होंने कहा कि किसी भी स्वीकृति और वैधता के लिए एक ऐसा राजनीतिक समझौता होना चाहिए जो महिलाओं, बच्चों और अल्पसंख्यकों के मानवाधिकारों का पूरी तरह से सम्मान करे. तिरुमूर्ति ने कहा कि ब्रीफिंग में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की टिप्पणी ‘अत्यंत महत्वपूर्ण है और परिषद के सदस्यों को इसे स्वीकार करने की आवश्यकता है.’

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