News18 : Apr 12, 2020, 02:40 PM
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। इसके प्रकोप को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन (Lockdown) है। लोगों को घर में रहने के लिए कहा जा रहा है। साथ ही मास्क पहनने के आदेश दिया गया है। वहीं, सड़कों पर बिना जरूरी काम के घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। इसके बावजूद भी लोग अपनी आदत से बाज नहीं आ रहे हैं।ताजा मामला दिल्ली के वसंत विहार इलाके का है। जानकारी के मुताबिक, उरुग्वे की एक महिला शनिवार को वसंत विहार के पश्चिमी मार्ग से बिना मास्क और दस्ताने पहने साइकिल से जा रही थी। तभी रास्ते में पुलिस ने उस महिला को रोक दिया। इसके बाद उसने पुलिस के साथ बहस शुरू कर दी और पुलिस अधिकारी का नाम नोट करने लगी। हालांकि, पुलिस ने उसको लॉकडाउन तोड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जानकारी दी।कुछ विदेशी गंगा किनारे टहलने निकल गएबता दें कि विदेशी नागरिकों से जुड़ा एक मामला उत्तराखंड में सामने आया है। लॉकडाउन के दौरान उत्तराखंड में आम लोगों के लिए जरूरी काम निपटाने के लिए 6 घंटे की छूट रहती है। इस दौरान कुछ विदेशी गंगा किनारे टहलने निकल गए, लेकिन वो लोकल पुलिस की नजरों से नहीं बच पाए और उनके साथ वो हुआ जो उन्होंने सोचा भी न था। तपोवन चौकी इंचार्ज विनोद शर्मा अपनी टीम के साथ पेट्रोलिंग कर रहे थे और इसी दौरान उनकी नजर विदेशियों पर पड़ी। तपोवन चौकी इनचार्ज ने जब विदेशी नागरिकों से पूछा कि क्या उनको मालूम नहीं कि लॉकडाउन के दौरान यूं ही यहां-वहां टहलना मना है। इस पर उनको जवाब मिला कि नहीं।इसके बाद पुलिस चौकी से कोरे पन्नों का एक गट्ठर लाया गया। यह गट्ठर मौके पर मौजूद करीब 10 विदेशी मेहमानों को थमाया गया। हक्के-बक्के रह गए विदेशी नागरिकों को फिर वो सजा देने की बारी आई जिसे शायद उन्होंने बचपन में किया होगा। उनसे इन कोरे पन्नों पर सॉरी लिखवाया गया।