कोरोना वायरस / पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद को किया क्वारांटाइन, राजनीतिक सलाहकार की रिपोर्ट आई पॉजिटिव

AMAR UJALA : Mar 25, 2020, 03:13 PM
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने खुद को क्वारांटाइन (अलग) कर लिया है। उनके राजनीतिक सलाहकार आरके मिगलानी की कोरोना वायरस रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद उन्होंने यह कदम उठाया है। तत्कालीन मुख्यमंत्री ने 20 मार्च तो अपने आवास पर एक पत्रकार वार्ता की थी। जिसमें से एक पत्रकार की बेटी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। माना जा रहा है कि प्रेस वार्ता में मौजूद सभी पत्रकारों को भी क्वारांटाइन में जाना पड़ेगा।

कमलनाथ की इस प्रेस वार्ता में कोरोना पॉजिटिव मरीज के पिता और पेशे से पत्रकार केके श्रीवास्तव भी पहुंचे थे। इस वार्ता में उन्होंने अफने इस्तीफे की घोषणा की थी। इस पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सहित कांग्रेस के सभी विधायक और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारियों सहित लगभग 200 पत्रकार मौजूद थे। 

बताया जा रहा है कि मिगलानी से संक्रमित युवती के पिता ने मुलाकात की थी। मिगलानी मुख्यमंत्री आवास में कमलनाथ के साथ परछाई की तरह रहते हैं। उन्हें फिलहाल कोई परेशानी नहीं हैं। वहीं 21 मार्च को मिगलानी की थोड़ी तबीयत खराब हुई थी। जिसके बाद 23 मार्च को उन्हें भोपाल के स्मार्ट सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 25 मार्च को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।

राज्य में सामने आए पांच नए मामले

इंदौर के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती दो महिलाओं समेत पांच मरीजों में कोरोना वायरस संक्रमण की बुधवार को पुष्टि हुई। इनमें से किसी भी मरीज ने पिछले दिनों विदेश यात्रा नहीं की थी। यानी वे देश के भीतर ही इस घातक बीमारी की जद में आए हैं।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए चार अन्य मरीज इंदौर के ही अलग-अलग इलाकों में रहते हैं। इनमें 50 वर्षीय महिला, 48 वर्षीय पुरुष, 68 वर्षीय पुरुष और 65 वर्षीय पुरुष शामिल हैं। पांच में से तीन मरीज बॉम्बे अस्पताल में, एक अरिहंत में, एक एमवायएच में भर्ती हैं। वहीं तीन मरीज एक ही परिवार के हैं। ये सभी ऋषिकेश घूमने गए थे। 

कर्फ्यू के दायरे से मुक्त है मीडिया

कलेक्टर और जिला दंडाधिकारी श्री लोकेश जाटव ने इंदौर नगर निगम की सीमा में कर्फ्यू की घोषणा कर दी है। कलेक्टर ने कर्फ्यू का जो आदेश जारी किया है उसमें स्पष्ट है कि प्रिंट, इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया को किसी तरह के कर्फ्यू पास की आवश्यकता नहीं है। मीडिया को कर्फ्यू के दायरे से मुक्त रखा गया है।

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