Dainik Bhaskar : Dec 14, 2019, 10:34 AM
रांची/अनगड़ा | रांची से 36 किमी दूर अनगड़ा के बीसा पाहनटोली गांव में पंचायत ने क्रूरता की हद पार कर दी। 13 साल की बच्ची सहित चार महिलाओं पर डायन का आरोप लगाते हुए उनकी अग्नि परीक्षा ली। खौलते पानी में हाथ डलवा दिए।गांव के एक दबंग रिदय पाहन के घर पर चार दिनों से पथराव हो रहा था। रिदय ने ओझा भगत से सलाह ली। ओझा ने भूत-प्रेत का साया बताया। रिदय ने गुरुवार को पंचायत बुलाई। पंचायत में खौलते पानी में दो सिक्के डाले गए। फिर उसमें गोबर डाल दिया, ताकि सिक्का न दिखे। चारों आरोपी महिलाओं को बारी-बारी से सिक्का निकालने के लिए कहा गया। खौलते पानी में हाथ डालने से फफोले पड़े तो उन महिलाओं को डायन बता दिया गया। पुलिस में मामला पहुंचा तो आरोपी फरार हो गए।खौलते हुए पानी में डाल दिया गोबर, ताकि सिक्का न दिखेपंचायत अग्नि परीक्षा के लिए खौलते पानी में दो सिक्के डाले। फिर इसमें गोबर डाल दिया गया ताकि सिक्का न दिखे। सभी आरोपी महिलाओं को बारी-बारी से सिक्का निकालने के लिए कहा गया। कहा गया कि अगर उनके पास भूत-प्रेत नहीं है तो डरने की जरूरत नहीं है। हाथ नहीं जलेगा। लेकिन अगर उन्होंने भूत छोड़ा है तो हाथ जल जाएगा। जब महिलाओं ने इनकार किया तो उन्हें धमकाया गया। मारपीट और सामाजिक बहिष्कार के डर से महिलाएं अग्निपरीक्षा देने को तैयार हुईं। सभी ने एक-एक कर खौलते पानी में हाथ डाला ओर सिक्का निकाला। इससे सभी के हाथ झुलस गए। इसके बाद पंचायत ने उन्हें दोषी करार दे दिया। हाथ झुलसने की वजह से ये महिलाएं वोट भी नहीं डाल पाईं।13 साल की बच्ची बोली-मारपीट का भय दिखाकर मजबूर कियाअग्निपरीक्षा देने वाली 13 साल की बच्ची ने कहा- पहले मेरे घर पर ही पथराव हो रहा था। मेरे घर पर पत्थर गिरना बंद हुआ तो रिदय पाहन के घर पर पत्थर बरसने लगे। इससे गांव के दबंग लोग काफी क्रोशित थे। उन्होंने आरोप लगाया कि मैंने ही भूत करके रिदय पाहन के घर भेज दिया है। इसी कारण पत्थरबाजी हो रही है। मैं काफी अनुनय-विनय करती रही, लेकिन ग्रामीण नहीं माने। मारपीट का भय दिखाकर मुझे भी अग्निपरीक्षा के लिए मजबूर किया गया। मेरा पूरा हाथ जल गया। बच्ची के माता-पिता की काफी पहले मौत हो चुकी है। वह दहाड़ी करके अपना घर चलाती है।