विशेष / मासूम के लिए रोजाना लेह से दिल्ली आता है मां का दूध, ऐसे पूरा होता है 1000 किमी का ये सफर

Zee News : Jul 16, 2020, 09:48 PM
नई दिल्ली: बच्चे के लिए माता-पिता क्या कुछ नहीं करते। लेकिन लेह के एक ऐसे मासूम बच्चे और उसके माता-पिता की कहानी सामने आई है जिसके बारे में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। दरअसल, पैदा हुए एक बच्चे को मां का दूध नसीब हो सके इसके लिए रोजाना लेह (Leh) से दिल्ली का 1000 किलोमीटर का सफर तय होता है। मां लेह में है और बच्चा दिल्ली में। आखिर कैसे पहुंचता है बच्चे तक उसका पोषण वह भी हर रोज?

1 महीने के मासूम बच्चे का अभी कोई नाम नहीं है। नाम रखने से ज्यादा इसके मां-बाप इसकी जिंदगी बचाने में दिन-रात एक कर रहे हैं। यह मासूम पैदा होने के अगले दिन ही एक जरूरी सर्जरी के लिए लेह से दिल्ली आ गया। दरअसल, बच्चे की सांस की नली और भोजन की नली दोनों आपस में जुड़ी हुई थीं जिसके लिए जन्म के फौरन बाद सर्जरी बेहद जरूरी थी। मां लेह में है लेकिन बच्चा इस वक्त दिल्ली के एक अस्पताल में मां का दूध ही पी रहा है।

इस सफर की आपने कल्पना भी नहीं की होगी। रोज सुबह बच्चे के पिता दिल्ली एयरपोर्ट पर लेह से आने वाली फ्लाइट की प्रतीक्षा करते हैं। लेह एयरपोर्ट पर बच्चे के पिता Jikmet Wangdus के दोस्त काम करते हैं। वह रोजाना एयरलाइंस के कर्मचारियों की मदद से बच्चे के लिए मां का दूध लेह से दिल्ली पहुंचवाते हैं। ठीक 1 घंटे बाद पिता दिल्ली एयरपोर्ट से दूध की सप्लाई लेकर तेजी से अस्पताल पहुंच जाते हैं। 

अब आप ये सोच रहे होंगे कि जब बच्चे के पिता दिल्ली में उसके साथ हैं तो मां क्यों नहीं? आपको बता दें कि महिला सिजेरियन डिलीवरी के बाद काफी कमजोर हो गई हैं। इसलिए उनके लिए लेह से दिल्ली आना मुश्किल है। लेकिन वह रोजाना 6 घंटे लगाकर अपने मासूम के लिए दूध स्टोर करती हैं। 

मैक्स अस्पताल की शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ पूनम सिदाना ने बताया कि जन्म के अगले ही दिन यह मासूम लेह से दिल्ली लाया गया। इसकी सर्जरी तो सफल रही। लेकिन हमारे लिए असली चुनौती ये थी कि इसे मां का दूध कैसे मिले? ‌

एयरलाइंस के कर्मचारी, दिल्ली के अस्पताल के डॉक्टर, बच्चे के माता-पिता और कई अनजान मुसाफिर इस बच्चे के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। डॉक्टरों को उम्मीद है कि अगले एक हफ्ते में बच्चे को उसकी मां के पास लेह भेजा जा सकता है। 

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