Jansatta : Apr 06, 2020, 04:16 PM
नई दिल्ली | कोरोना वायरस का संक्रमण देश में बहुत तेजी से फैल रहा है। इसके चलते संक्रमित लोगों की संख्या हर घंटे बढ़ती जा रही है। इस खतरनाक वायरस के संक्रमण के अलावा देश स्वास्थ्यकर्मी व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई किट) की कमी से भी जूझ रहा है। जैसे-जैसे संख्या बढ़ती जा रही है अस्पतालों में बड़े पैमाने पर पीपीई किट की कमी सामने आ रही है। ऐसे में सभी राज्य सरकारें इन किटों को जुटाने में लगी हैं। पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और बीजेपी के सांसद गौतम गंभीर ने दिल्ली सरकार को इस समस्या से लड़ने के लिए 1 करोड़ रूपाय देने की पेशकश की है। साथ ही गंभीर ने दिल्ली सरकार पर यह भी आरोप लगाए कि इससे पहले दिल्ली सरकार ने ईगो के चलते उनसे 50 लाख रुपए नहीं लिए थे। गंभीर की इस पेशकश पर दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जवाब दिया है।गंभीर ने ट्वीट कर दिल्ली सरकार को लिखे अपने पत्र की तस्वीर शेयर की है। गंभीर ने ट्वीट में लिखा “अरविंद केजरीवाल और उनके डिप्टी कह रहे हैं कि उन्हें फ़ंड की जरूरत है। हालांकि उन्होंने अपने अहंकार के चलते मेरे एलएडी फंड से दिये गए 50 लाख रूपाय नहीं लिए थे। इसीलिए अब में 50 लाख रुपये और देने के लिए तैयार हूं ताकि निर्दोषों को इस से कोई नुकसान न हो। 1 करोड़ रुपए कम से कम मास्क और पीपीई किट की तत्काल आवश्यकता को हल करेगा। इससे मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा और कोविड-19 के मरीजों की जरूरतों पूरी हो जाएंगी।”गंभीर के इस ट्वीट पर दिल्ली के मुख्यमंत्री ने जवाब दिया है। केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा “गौतम जी आपके इस ऑफर के लिए धन्यवाद। लेकिन यहां समस्या पैसे की नहीं है, बल्कि पीपीई किट की अनुपलब्धता समस्या है। अगर आप हमें तुरंत कहीं से पीपीई किट दिला दे तो हम आप के कृतज्ञ रहेंगे। दिल्ली सरकार सभी पीपीई किट खरीद लेगी। धन्यवाद।”गंभीर ने केजरीवाल को लिखे गए पत्र में कहा है कि दिल्ली सरकार के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने यह बयान दिया था कि दिल्ली सरकार के अस्पतालों में उपकरणों की कमी को पूरा करने के लिए फंड की दरकार है। इस जरूरत को ध्यान में रखते हुए मैं सांसद कोटे से 50 लाख रुपये देने का संकल्प दोहराता हूं। उम्मीद करता हूं कि यह राशि मेडिकल स्टाफ की सुरक्षा के उपकरण और कोविड-19 के मरीजों की जरूरतें पूरी की जाएंगी।