Zee News : Sep 06, 2020, 12:38 PM
नई दिल्लीः सोने का भाव फिलहाल ऊपरी स्तर से 10 फीसदी तक नीचे आ चुका है। हालांकि अभी भी निवेशकों का मानना है कि दिवाली के समय सोने की कीमतें 60 हजार रुपये के पार चली जाएंगी। ऐसे में अगर आप फिलहाल सोने में निवेश के लिए सोच रहे हैं तो ये समय सबसे सही है। आमतौर पर गोल्ड में निवेश कई तरीकों से किया जा सकता है। आजकल सरकार भी समय-समय पर गोल्ड में निवेश के लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम लेकर के आती है। हम आपको गोल्ड निवेश से पहले कई तरह की जानकारी दे रहे हैं, जो आपके काम आएंगी।यह हैं सोने में निवेश के लिए विकल्पआमतौर पर सोने में निवेश के लिए निवेशकों के पास कई सारे विकल्प मौजूद हैं, जिनमें पेपर गोल्ड, गोल्ड ETF, सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड, गोल्ड म्यूचुअल फंड और डिजिटल गोल्ड को कोरोनाकाल में बेहतर विकल्प माना जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि इन विकल्पों में निवेश करके आसानी से खरीदा और बेचा जा सकता है। वहीं सोना भी शुद्ध होता है और इसको सुरक्षित रखने की भी चिंता नहीं होती है।बनाएं इसको असेटआप सोने की ज्वैलरी खरीदने के बजाए इसको एक वित्तीय असेट के तौर पर खरीद सकते हैं। गहने खरीदने से उनका रखरखाव भी बहुत संभाल कर करना होता है। साथ ही इसमें यह भी पता नहीं होता है कि कितनी शुद्धता है। साथ ही गोल्ड क्वाइन या ज्वैलरी खरीदने पर इनकी सुरक्षा भी करनी होती है। ऐसे में डिजिटल गोल्ड खरीदना काफी मायनों में सही रहता है।खरीद सकते हैं गोल्ड म्यूचुअल फंडम्यूचुअल फंड के बारे में ज्यादातर लोगों ने सुन रखा है। अब बाजार में गोल्ड म्यूचुअल फंड भी आ गए हैं। इसमें निवेशकों का पैसा सोने में लगाया जाता है। इसमें भी फंड मैनेजर निवेशकों की रकम का ध्यान रखते हैं। बाजार के हालात का फंड के रिटर्न पर पड़ता है असर। निवेशक को जोखिम लेने की क्षमता के आधार पर निवेश करना चाहिए।निवेश पर लगता है कैपिटल गेन टैक्सअगर आप गोल्ड को खरीदकर उसको तीन साल से कम समय में बेच देते हैं तो फिर इस पर शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। ये आपकी कुल आय पर लगाया जाएगा। वहीं तीन साल बाद गोल्ड को बेचने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा। आपको LTCG 20%+ सरचार्ज देना होगा। 4 फीसदी सेस इंडेक्सेशन बेनिफिट के साथ संभव है। फिजिकल गोल्ड पर GST लगता है।