AMAR UJALA : Sep 01, 2019, 05:56 PM
टेक्नोलॉजी की दिग्गज कंपनी गूगल पर 1,420 करोड़ रुपये का जुर्माना लगा है। गूगल पर यह जुर्माना यूट्यूब पर चिल्ड्रेन प्राइवेसी लॉ के उल्लंघन के कारण लगा है। इसके बाद बाद अग गूगल को 1,420 करोड़ रुपये सेटलमेंट के तौर पर चुकाने होंगे। अमेरिकी मीडिया के मुताबिक विज्ञापन के लिए डाटा एकत्रित करने के दौरान यूट्यूब ने चिल्ड्रेन प्राइवेसी लॉ उल्लंघन किया।
गूगल पर यह जुर्माना अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) ने लगाया है, हालांकि यह मामला अभी न्याय विभाग के पास जाएगा। वहां से यदि स्वीकृति मिल जाती है तो यह चिल्ड्रन प्राइवेसी उल्लंघन से जुड़ा अब तक का सबसे बड़ा सेटलमेंट केस होगा।गौरतलब है कि इसी साल मार्च में यूरोपीय संघ ने प्रतिस्पर्धा कानून के उल्लंघन को लेकर गूगल पर 1.49 अरब यूरो यानि करीब 117 अरब रुपये का जुर्माना लगाया है। गूगल पर यह जुर्माना ऑनलाइन विज्ञापन में पक्षपात को लेकर लगा है।बता दें कि इससे पहले भी पिछले साल जुलाई में यूरोपीय आयोग गूगल पर इसी बात को लेकर 344 अरब रुपये का जुर्माना लगाया था जो कि गूगल पर लगने वाला सबसे बड़ा जुर्माना था।दरअसल गूगल पर हर बार यह आरोप लगता रहा है कि वह अपने मोबाइल डिवाइस रणनीति के तहत गूगल सर्च इंजन को गलत तरीके से प्रस्तुत करता है।
गूगल पर यह जुर्माना अमेरिकी फेडरल ट्रेड कमीशन (एफटीसी) ने लगाया है, हालांकि यह मामला अभी न्याय विभाग के पास जाएगा। वहां से यदि स्वीकृति मिल जाती है तो यह चिल्ड्रन प्राइवेसी उल्लंघन से जुड़ा अब तक का सबसे बड़ा सेटलमेंट केस होगा।गौरतलब है कि इसी साल मार्च में यूरोपीय संघ ने प्रतिस्पर्धा कानून के उल्लंघन को लेकर गूगल पर 1.49 अरब यूरो यानि करीब 117 अरब रुपये का जुर्माना लगाया है। गूगल पर यह जुर्माना ऑनलाइन विज्ञापन में पक्षपात को लेकर लगा है।बता दें कि इससे पहले भी पिछले साल जुलाई में यूरोपीय आयोग गूगल पर इसी बात को लेकर 344 अरब रुपये का जुर्माना लगाया था जो कि गूगल पर लगने वाला सबसे बड़ा जुर्माना था।दरअसल गूगल पर हर बार यह आरोप लगता रहा है कि वह अपने मोबाइल डिवाइस रणनीति के तहत गूगल सर्च इंजन को गलत तरीके से प्रस्तुत करता है।