कोरोना वायरस / सरकार ने बताए कोविड-19 के दैनिक मामलों में वृद्धि दर्ज करने वाले 18 ज़िलों के नाम

Zoom News : Aug 03, 2021, 06:29 PM
नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस की तीसरी लहर की आहट लगनी शुरू हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने मंगलवार को कहा कि भारत के 8 राज्यों में कोविड -19 का आर-फैक्टर या प्रजनन दर 1 से ऊपर है। आठ राज्यों में आर फैक्टर एक से ऊपर होने का मतलब है कि कोरोना वायरस का संक्रमण फिर से पैर पसारने लगा है। 

जिन आठ राज्यों की बात की जा रही है उसमें केरल भी शामिल हैं। पिछले हफ्ते, कोविड-19 के कुल मामलों में से 49.85 प्रतिशत मामले केरल से सामने आए हैं। पिछले चार हफ्तों में केरल और महाराष्ट्र समेत छह राज्यों के 18 जिलों में कोविड के दैनिक नए मामले बढ़ते दिखे हैं। सरकार ने बताया कि बारह राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 44 जिलों में, दो अगस्त को समाप्त हो रहे हफ्ते में कोरोना वायरस की साप्ताहिक संक्रमण दर 10 प्रतिशत से अधिक है।

एक राज्य में 1 लाक से अधिक एक्टिव केस

स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि 10 मई को देश में 37 लाख सक्रिय मामले थे वह घटकर अब 4 लाख रह गए। एक राज्य ऐसा है जहां 1 लाख से अधिक सक्रिय मामले हैं और 8 राज्य ऐसे हैं जहां 10,000 से 1 लाख सक्रिय मामले हैं। 27 राज्य ऐसे हैं जहां 10,000 से भी कम सक्रिय मामले हैं। लव अग्रवाल ने कहा कि दुनिया भर में बड़ी संख्या में कोरोना वायरस के मामले सामने आ रहे हैं और महामारी अभी खत्म नहीं हुई है। जहां तक भारत का सवाल है, दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई है।

क्या होता है आर फैक्टर?

साधारण भाषा में वायरस की प्रजनन दर को आर वैल्यू कहते हैं। जिसका मतलब है कि कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति जितने लोगों को संक्रमित करता है उसे ही आर वैल्यू कहते हैं। उदाहरण के तौर पर अगर कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति एक और व्यक्ति को संक्रमित करता है तो यहां पर आर वैल्यू 1 होगी। अगर वह दो लोगों को संक्रमित करता है तो यहां पर आर वैल्यू दो होगी। ऐसे में आठ राज्यों में आर फैक्टर या वैल्यू को 1 को पार करने का मतलब है कि वहां संक्रमण की रफ्तार तेज हो गई है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER