Vikrant Shekhawat : Apr 17, 2020, 01:01 PM
जालोर | जालोर की ग्रेनाइट एसोसिएशन के अध्यक्ष और कांग्रेस नेता लालसिंह राठौड़ ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर लॉकडाउन व सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए उद्योग चलाने का सुझाव दिया है। राठौड़ ने पत्र में कहा है कि इससे लघु उद्योग भी बचेगा और भविष्य में आशंकित आर्थिक संकट को रोकने में मदद मिलेगी।
कांग्रेस के राजस्थान खनन उत्थान एवं विकास प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राठौड़ ने अपने पत्र में लिखा है कि वे लघु इकाइयों को एक शिफ्ट में चालू रखने की अनुमति चाहते हैं। जहां देश में अधिकांश जगह मजदूरों को फैक्ट्री संचालकों ने घर भेज दिया है, वहीं जालोर ग्रेनाइट एसोसिएशन ने मजदूरों के लिए राशन उपलब्ध करवाकर उन्हें यहां बनाए रखने में मदद की है। ऐसे में राठौड़ ने कहा है कि सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए फैक्ट्री गेट पूर्णतया बंद रहेंगे, केवल भीतर काम चालू रखा जाएगा और कोरोना महामारी के चलते जारी की गई गाइडलाइन का पूर्णत: पालन किया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि इस दौरान न तो किसी श्रमिक को बाहर आने दिया जाएगा और न ही किसी बाहरी व्यक्ति को फैक्ट्री में प्रवेश दिया जाएगा। राठौड़ ने कहा है कि अधिकांश लेबर ग्रामीण क्षेत्र से आती है। ऐसे में उन्हें फैक्ट्री में ही रख कायदों की पालना करते हुए काम चलाने की अनुमति के लिए मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखा है।न्यूनतम बिजली चार्ज माफ करें
राठौड़ ने अपने पत्र में जालोर ग्रेनाइट क्षेत्र की सभी इकाइयों के लिए तय किया गया न्यूनतम बिजली चार्ज माफ करने की भी मांग की है। राठौड़ ने कहा है कि पहले होली और बाद में लॉकडाउन के चलते उद्योग बंद है। ऐसे में न्यूनतम विद्युत चार्ज को नहीं वसूला जाए, ताकि लघु उद्योग बच सके। राठौड़ ने कहा है कि उद्यमी राज्य में इस समस्या से उबरने के लिए सरकार के साथ है।
कांग्रेस के राजस्थान खनन उत्थान एवं विकास प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष राठौड़ ने अपने पत्र में लिखा है कि वे लघु इकाइयों को एक शिफ्ट में चालू रखने की अनुमति चाहते हैं। जहां देश में अधिकांश जगह मजदूरों को फैक्ट्री संचालकों ने घर भेज दिया है, वहीं जालोर ग्रेनाइट एसोसिएशन ने मजदूरों के लिए राशन उपलब्ध करवाकर उन्हें यहां बनाए रखने में मदद की है। ऐसे में राठौड़ ने कहा है कि सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए फैक्ट्री गेट पूर्णतया बंद रहेंगे, केवल भीतर काम चालू रखा जाएगा और कोरोना महामारी के चलते जारी की गई गाइडलाइन का पूर्णत: पालन किया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि इस दौरान न तो किसी श्रमिक को बाहर आने दिया जाएगा और न ही किसी बाहरी व्यक्ति को फैक्ट्री में प्रवेश दिया जाएगा। राठौड़ ने कहा है कि अधिकांश लेबर ग्रामीण क्षेत्र से आती है। ऐसे में उन्हें फैक्ट्री में ही रख कायदों की पालना करते हुए काम चलाने की अनुमति के लिए मुख्यमंत्री महोदय को पत्र लिखा है।न्यूनतम बिजली चार्ज माफ करें
राठौड़ ने अपने पत्र में जालोर ग्रेनाइट क्षेत्र की सभी इकाइयों के लिए तय किया गया न्यूनतम बिजली चार्ज माफ करने की भी मांग की है। राठौड़ ने कहा है कि पहले होली और बाद में लॉकडाउन के चलते उद्योग बंद है। ऐसे में न्यूनतम विद्युत चार्ज को नहीं वसूला जाए, ताकि लघु उद्योग बच सके। राठौड़ ने कहा है कि उद्यमी राज्य में इस समस्या से उबरने के लिए सरकार के साथ है।