कोरोना अलर्ट / देश का वो आधा हिस्सा, जहां अब तक नहीं पहुंच सका कोरोना

हेल्थ मिनिस्ट्री के ताजा आंकड़े बताते हैं कि हमारे यहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 17,265 हो गई है, वहीं 543 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में भी कोरोना के 1,553 नए मामले दिखे। हालांकि इन्हीं 24 घंटों में ये भी देखा गया कि 316 लोग रिकवरी के बाद घर लौटे। ये देश में कोरोना के कहर की शुरुआत के बाद से रिकवरी का सबसे बड़ा आंकड़ा है

News18 : Apr 20, 2020, 03:32 PM
दिल्ली:  हेल्थ मिनिस्ट्री के ताजा आंकड़े बताते हैं कि हमारे यहां कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 17,265 हो गई है, वहीं 543 लोगों की मौत हो चुकी है। पिछले 24 घंटों में भी कोरोना के 1,553 नए मामले दिखे। हालांकि इन्हीं 24 घंटों में ये भी देखा गया कि 316 लोग रिकवरी के बाद घर लौटे। ये देश में कोरोना के कहर की शुरुआत के बाद से रिकवरी का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इसी के साथ एक और राहतभरी बात ये भी दिख रही है कि देश का बड़ा हिस्सा अब भी इस वायरस से बचा हुआ है।

संक्रमण के मामले कुछेक इलाकों तक सीमित

देश में इस वायरस के फैलने का ट्रेंड समझने के लिए अगर जिलों की तरफ देखें तो काफी अंदाजा लग सकता है। जैसे कुल 736 जिलों में से 325 जिले अब भी कोरोना से पूरी तरह से मुक्त हैं। यानी यहां पर कोरोना का कोई मामला सामने नहीं आया है। वहीं देश के 411 जिलों में कोविड- 19 के मामले दिखे हैं। इनमें से 18 जिले वे हैं, जहां 100 से भी ज्यादा मामले आए। अगर इसे प्रतिशत में समझना चाहें तो ऐसे देख सकते हैं कि देश में कोविड-19 संक्रमण के जितने भी मामले हैं, उनका लगभग 46% इन्हीं 18 जिलों तक सिमटा हुआ है। यानी अगर लॉकडाउन 2।0 के तहत इन्हीं 18 इलाकों को चिन्हित कर प्रतिबंधित रखा जाए तो देश का बड़ा हिस्सा सुरक्षित रहते हुए सामान्य रुटीन में लौट सकता है।

ये हैं प्रभावित जिले

राज्यों में प्रभावित जिलों को देखा जाए तो महाराष्ट में मुंबई सबसे ज्यादा संक्रमित है। यहां कोरोना के कुल मामले 4,200 हो चुके हैं, जिनमें से 223 की मौत हो चुकी है। राज्य के कुल मरीजों में से लगभग 50 प्रतिशत मुंबई से हैं। एशिया के सबसे बड़े स्लम मुंबई के धारावी में अब तक 138 मरीज आ चुके हैं। मध्यप्रदेश में कुल कोरोना संक्रमितों की संख्या 1407 हो चुकी है, इसमें भी लगभग 50 प्रतिशत मामले इंदौर शहर से हैं। इसी तरह से छत्तीसगढ़ का कोरबा, झारखंड का रांची जिला और उड़ीसा के खुर्दा में अपने-अपने राज्यों में आए कुल कोरोना केसों में से लगभग आधा हिस्सा है। यानी राज्यों में कुल मामले भी पूरे राज्य में यहां-वहां छितरे हुए नहीं हैं, बल्कि कुछेक हिस्सों तक ही सीमित हैं। राजधानी दिल्ली में सोमवार सुबह तक 2003 केस सामने आ चुके हैं, जबकि 45 लोगों की मौत हो चुकी है। दिल्ली के सभी 11 जिले कोरोना की चपेट में माने जा रहे हैं।

ये इलाके हैं पूरी तरह सुरक्षित

यूपी में 31 जिले फिलहाल कोरोना मुक्त हैं, जहां केंद्र सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक आज से लॉकडाउन में रियायत मिल सकती है। हालांकि ये रियायत सशर्त होगी। उत्तराखंड के भी 13 में से 7 जिलों में कोरोना का कोई केस दर्ज नहीं हुआ है। राजस्थान कोरोना से बुरी तरह से प्रभावित होने के बाद भी यहां 8 जिले इससे पूरी तरह से बचे हुए हैं। ये सभी 8 जिले ग्रीन जोन में शामिल हैं। इसी तरह से बिहार राज्य में भी 38 में से 13 जिलों पर ही कोरोना का कहर बरपा है। यानी बिहार के 25 जिले इससे बचे हुए हैं और सशर्त सामान्य रुटीन में लौट सकते हैं।

पश्चिम बंगाल के 23 जिलों में से 15 में कोरोना के मामले आए हैं, जबकि 8 जिले सुरक्षित माने जा सकते हैं। झारखंड राज्य भी कोरोना संक्रमण से काफी कुछ बचा हुआ दिखता है। यहां 24 जिलों में से 17 जिले वायरस से मुक्त हैं। मध्य प्रदेश के 51 जिलों में से 25 जिले कोरोना वायरस से अब भी बचे हुए हैं। छत्तीसगढ़ भी अपेक्षाकृत सुरक्षित माना जा सकता है, जहां के 27 में से 22 जिले कोरोना-फ्री हैं। हरियाणा को तुलनात्मक तौर पर कोरोना से ज्यादा प्रभावित मान सकते हैं, जहां 22 जिलों में अब तक 19 में कोरोना के मामले आए हैं।

नॉर्थ-ईस्ट भी अपेक्षाकृत सुरक्षित

पूर्वोत्तर की ओर नजर डाली जाए तो अरुणाचल प्रदेश में ज्यादातर जिले कोरोना मुक्त हैं। असम के 33 में से 11 जिलों में ही संक्रमण दिखा है। मणिपुर में 16 में से 2 ही जिलों में अब तक कोरोना संक्रमण दिखाई दिया है। मेघालय और मिजोरम में क्रमशः 11 और 8 जिले हैं, जहां केवल एक ही जिले में कोरोना का केस आया। त्रिपुरा के 8 जिले हैं, जहां सिर्फ 2 ही जिले कोरोना संक्रमित हैं।

वहीं आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना और गुजरात की स्थिति गड़बड़ है,जहां अधिकतर जिले इस वायरस की चपेट में आ चुके हैं। केरल देश में कोरोना का पहला हॉटस्पॉ