AajTak : Sep 21, 2020, 06:36 AM
Delhi: देश में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है। हर रोज 90 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के संक्रमित मरीजों की पुष्टि हो रही है। इस दौरान संसद के मानसून सत्र में देश में कोरोना वायरस की स्थिति को लेकर चर्चा की गई। चर्चा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि कोरोना से जंग में जीत अब ज्यादा दूर नहीं है।
लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ सफलता हासिल करने में हम ज्यादा दूर नहीं हैं। दुनिया में 145 उम्मीदवार कोरोना वैक्सीन की तलाश में जुटे हैं। इसमें से 35 का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है। भारत में हमने 30 वैक्सीन उम्मीदवारों को सभी सहायता दी। इनमें से तीन फेज 1, 2 और 3 के एडवांस्ड ट्रायल में है।'स्वास्थ्य मंत्रालय को पीएम केयर्स फंड से वेंटिलेटर के लिए धन मिला। इसको लेकर कोरोना वायरस महामारी पर चर्चा के दौरान लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि 50 हजार मेड इन इंडिया वेंटिलेटर के लिए पीएम केयर्स फंड से स्वास्थ्य मंत्रालय को 893।93 करोड़ रुपये मिले हैं।
उचित कदम उठाएस्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए उचित कदम उठाए। कोविड हवा में जीवित नहीं रह सकता। उसका संक्रमण एक शरीर से दूसरे शरीर में होता है। इसलिए हमें सभी सावधानियों पर ध्यान देना होगा। पूरा देश कोविड के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।
लोकसभा में बोलते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, 'कोरोना वायरस के खिलाफ सफलता हासिल करने में हम ज्यादा दूर नहीं हैं। दुनिया में 145 उम्मीदवार कोरोना वैक्सीन की तलाश में जुटे हैं। इसमें से 35 का क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है। भारत में हमने 30 वैक्सीन उम्मीदवारों को सभी सहायता दी। इनमें से तीन फेज 1, 2 और 3 के एडवांस्ड ट्रायल में है।'स्वास्थ्य मंत्रालय को पीएम केयर्स फंड से वेंटिलेटर के लिए धन मिला। इसको लेकर कोरोना वायरस महामारी पर चर्चा के दौरान लोकसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि 50 हजार मेड इन इंडिया वेंटिलेटर के लिए पीएम केयर्स फंड से स्वास्थ्य मंत्रालय को 893।93 करोड़ रुपये मिले हैं।
उचित कदम उठाएस्वास्थ्य मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार ने कोरोना से निपटने के लिए उचित कदम उठाए। कोविड हवा में जीवित नहीं रह सकता। उसका संक्रमण एक शरीर से दूसरे शरीर में होता है। इसलिए हमें सभी सावधानियों पर ध्यान देना होगा। पूरा देश कोविड के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा है।