Dainik Bhaskar : Jul 22, 2019, 05:04 PM
ताइपे. हॉन्गकॉन्ग की लोकतांत्रिक प्रक्रिया में चीनी हस्तक्षेप के विरोध में नागरिकों ने एक बार फिर प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। पिछले दो दिनों में शांतिपूर्ण ढंग से जारी विरोध रविवार को हिंसक हो गया। यहां के युएन लॉन्ग एरिया में मास्क पहने कुछ लोगों ने ट्रेन स्टेशन में यात्रियों और प्रदर्शनकारियों के साथ मारपीट की। इस हिंसा के पीछे ‘ट्रायड’ गिरोह के अपराधियों का हाथ माना जा रहा है। हालांकि, हॉन्गकॉन्ग की विपक्षी पार्टियों ने इस घटना के पीछे पुलिस के ढीले रवैये को वजह बताया। घटना स्थानीय समयानुसार रात 10.30 बजे हुईट्रेन यात्रियों से मारपीट का एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। इसमें देखा जा सकता है कि अपना चेहरा ढके एक दर्जन से ज्यादा लोग लोहे और लकड़ी की रॉड लेकर ट्रेन में घुसते हैं और यात्रियों को मारना शुरू कर देते हैं। बताया गया है कि यह घटना स्थानीय समयानुसार रात 10:30 बजे हुए। मारपीट में 45 लोग घायल हो गए। एक व्यक्ति की हालत गंभीर है। यह समाज के लिए अस्वीकार्य- सरकारसरकार ने बयान जारी कर कहा, “हॉन्गकॉन्ग के समाज के लिए यह अस्वीकार्य है। सरकार इस घटना की निंदा करती है। दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।” पुलिस ने अब तक इस मामले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया। इस पर हॉन्गकॉन्ग की विपक्षी पार्टी ने पुलिस के किरदार पर ही सवाल उठा दिए। एक सांसद लाम च्युक-तिंग ने कहा कि पुलिस करीब एक घंटे बाद स्टेशन पहुंची।