Donald Trump News / ट्रंप ने कैसे किया मेकओवर, डोनाल्ड दूसरे कार्यकाल में इतना क्यों बदले?

डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में नए तेवर और कड़े फैसलों के साथ कमान संभाली। उन्होंने बाइडेन की नीतियों पर प्रहार करते हुए चीन को निशाना बनाया और युद्धों को रोकने पर जोर दिया। ट्रंप का दूसरा कार्यकाल नीति, रणनीति और नेतृत्व में बदलाव का प्रतीक बन रहा है।

Vikrant Shekhawat : Jan 22, 2025, 01:00 AM
Donald Trump News: डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के तौर पर कमान संभालते ही अपने फैसलों से पूरी दुनिया को चौंका दिया है। उनकी नीतियां और ताबड़तोड़ कार्यकारी आदेश इस बात का संकेत हैं कि वह अमेरिका में बड़े बदलावों की तैयारी में हैं। ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल को "अमेरिका का स्वर्ण काल" घोषित किया है। उनकी नीतियां और राजनीतिक तेवर यह तय करेंगे कि वह इतिहास में एक महान नेता के रूप में याद किए जाएंगे या सिर्फ एक विवादित राजनीतिक व्यक्तित्व के रूप में।

पहले और दूसरे कार्यकाल में अंतर

डोनाल्ड ट्रंप का राजनीतिक सफर 2017 में शुरू हुआ, जब उन्होंने बराक ओबामा को सत्ता से बाहर कर रिपब्लिकन पार्टी को सत्ता में लाया। उस समय उनकी नीतियां और विचारधारा बेहद कठोर माने गए। खासकर, मुस्लिम देशों के नागरिकों पर लगाए गए यात्रा प्रतिबंध और अप्रवासियों के खिलाफ उठाए गए कदमों के कारण उन्हें एक सख्त नेता के तौर पर देखा गया।

हालांकि, 2025 तक आते-आते ट्रंप ने अपने दृष्टिकोण और रणनीतियों में बड़ा बदलाव किया। यह बदलाव उनकी चुनावी रणनीति और राष्ट्रपति पद की नीतियों में साफ झलकता है। उन्होंने अमेरिका के भीतर और बाहर शांति वार्ता की पहल की, मिडिल ईस्ट और रूस-यूक्रेन युद्ध जैसे जटिल मुद्दों पर समाधान खोजने की बात कही।

बाइडेन पर जोरदार प्रहार

डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण से पहले और उसके बाद भी अपने भाषणों में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीतियों की तीखी आलोचना की। उन्होंने बाइडेन को अमेरिका की अर्थव्यवस्था और सुरक्षा के लिए हानिकारक करार दिया।

  • चीन पर फोकस: ट्रंप ने चीन को अमेरिका का सबसे बड़ा खतरा बताया और बाइडेन द्वारा लिए गए फैसलों को पलटने का वादा किया।
  • युद्ध विरोधी रुख: ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध और मिडिल ईस्ट के नरसंहार के लिए बाइडेन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने शांति स्थापित करने की अपनी योजना पर जोर दिया।
  • हमास-इजरायल विवाद: ट्रंप ने दावा किया कि उनकी पहल के कारण हमास ने इजरायल के बंदियों को छोड़ने का फैसला किया।

पहले कार्यकाल की नीतियां: कठोर और विवादास्पद

डोनाल्ड ट्रंप का पहला कार्यकाल कई विवादों से घिरा रहा।

  • मुस्लिम बैन: उन्होंने सात मुस्लिम बहुल देशों के नागरिकों पर अमेरिका में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया।
  • अप्रवासी विरोधी नीतियां: ट्रंप ने अप्रवासियों की विचारधारा की जांच और उन्हें अमेरिका से बाहर निकालने की बात कही।
  • भारत के साथ संबंध: भारत को आतंकवाद के मुद्दे पर पाकिस्तान के खिलाफ ट्रंप का कड़ा रुख और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनकी दोस्ती ने मजबूत बनाया।

दूसरा कार्यकाल: एक बदला हुआ नेता

2025 में राष्ट्रपति बनने के बाद, डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी छवि को पूरी तरह बदलने का प्रयास किया।

  1. शांति और कूटनीति: ट्रंप ने मिडिल ईस्ट में शांति स्थापित करने और रूस-यूक्रेन संघर्ष को समाप्त करने की बात कही।
  2. चुनावी रणनीति: उन्होंने अमेरिकी मुस्लिमों और अश्वेत समुदाय तक अपनी पहुंच बनाई, जो उनकी पार्टी के लिए एक अप्रत्याशित कदम था।
  3. आर्थिक नीतियां: ट्रंप ने बाइडेन की युद्ध नीति की आलोचना करते हुए अमेरिका की आर्थिक पुनरुद्धार को प्राथमिकता दी।

बाइडेन के खिलाफ रणनीति

डोनाल्ड ट्रंप का मुख्य लक्ष्य जो बाइडेन को सत्ता से बाहर करना था। इसके लिए उन्होंने कई कदम उठाए:

  • डेमोक्रेट्स के वोट बैंक में सेंध लगाई।
  • युद्ध विरोधी रुख को प्रमुख मुद्दा बनाया।
  • अश्वेत और मुस्लिम समुदाय को अपने पक्ष में किया।

क्या ट्रंप के लिए यह स्वर्ण काल होगा?

डोनाल्ड ट्रंप का दावा है कि उनके दूसरे कार्यकाल के साथ अमेरिका का स्वर्ण युग शुरू हो चुका है। उन्होंने शपथ ग्रहण के बाद अपने संबोधन में कहा कि पिछले आठ वर्षों में उन्होंने अमेरिका की जरूरतों को गहराई से समझा है।

  • अमेरिका को फिर से दुनिया का नेतृत्व करना होगा।
  • शांति और समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाने होंगे।

निष्कर्ष

डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल की गलतियों से सबक लेते हुए एक बदले हुए नेता के रूप में वापसी की है। उनकी नीतियां और फैसले अमेरिका को किस दिशा में ले जाएंगे, यह तो समय बताएगा। लेकिन इतना तय है कि ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में शांति, कूटनीति, और आर्थिक पुनरुद्धार को प्राथमिकता देकर अपने राजनीतिक विरोधियों को कड़ी टक्कर दी है। उनका यह स्वर्ण काल अमेरिका और दुनिया दोनों के लिए एक महत्वपूर्ण अध्याय साबित हो सकता है।