उतर प्रदेश / मैं कायर नहीं हूं ... सॉरी डैड, आईटीआई छात्र ने सुसाइड नोट लिखकर कि आत्महत्या

Zoom News : Nov 22, 2020, 03:58 PM
उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ में उत्पीड़न के कारण आईटीआई के एक छात्र ने शोर मचाते हुए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्र की मानसिक प्रताड़ना से हुई मौत की सूचना मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। जल्दबाजी में सीओ और कोतवाल भारी फोर्स के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उन्हें घटना के कारणों की जांच में घंटों बिताते देखा गया। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

जानकारी के अनुसार, लालगंज कोतवाली के बेलहा गांव में धीरेंद्र प्रतापगढ़, जोखू लाल वर्मा का 20 वर्षीय पुत्र, आईटीआई का छात्र था। शनिवार को वह छुट्टी पर गाँव गया था और शाम को धीरेन्द्र दूसरी मंजिल पर एक कमरे में गया और कमरा बंद करके झूल गया। दोपहर में उसकी मां गुड्डी खेत से लौटी और धीरू को खाना देने के लिए छत पर गई। मां के आवाज देने के बाद भी कमरे के अंदर से कोई आवाज नहीं आई। इसके बाद, मां ने कमरा खटखटाया, भले ही अंदर से कोई आवाज न आई हो, लेकिन अनहोनी की आशंका में वह कांप गई।


जब मृतक की माँ ने रोशनदान से कमरे में झाँका तो अंदर का नज़ारा देखकर वह चीख पड़ी। गुड्डी की चीख सुनकर परिजन भी छत पर पहुंच गए। परिवार के सदस्यों के चिल्लाने पर गांव के लोग भी बड़ी संख्या में जोखू शर्मा के घर जमा हो गए।

पुलिस को मृतक छात्र के पास से एक सुसाइड नोट भी मिला है। सुसाइड नोट में मृतक छात्रा ने लगातार प्रताड़ना के चलते हीरा सिंह और उसके जीजा, गांव के भीष्म सिंह को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया है।

सुसाइड नोट में मृतक छात्र ने पिता को लिखे भावुक पत्र में कहा है कि वह कायर नहीं है, लेकिन आरोपी के उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर रहा है। ... माफ करना पिता। उधर, पिता जोखू लाल शर्मा आरोपी को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं।

वहीं, मामले की सूचना के तुरंत बाद सीओ जगमोहन और कोतवाल संजय यादव और दरोगा सुनील राय भारी फोर्स के साथ मृतक के घर पहुंचे। सीओ और कोतवाल ने सुसाइड नोट को कब्जे में लेने के बाद रिश्तेदारों और ग्रामीणों से घंटों पूछताछ की। सीओ जगमोहन ने बताया कि तहरीर के आधार पर जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल मामले में केस दर्ज कर लिया गया है।

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