Rajasthan / मुझे निकम्मा भी कहा था, सचिन पायलट ने तोड़ी चुप्पी; अशोक गहलोत को दिया जवाब

Zoom News : Jun 27, 2022, 09:12 PM
राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सीएम गहलोत पर पलटवार किया है। पायलट ने कहा कि मेरे धैर्य की तारीफ राहुल गांधी कर चुके हैं। इसके बाद अब कहने के लिए कुछ बचा नहीं है। पायलट ने टोंक जिले में कांग्रेस के सत्याग्रह को संबोधित करते हुए सीएम अशोक गहलोत पर इशारों ही इशारों में जमकर निशाना साधा। 

सीएम गहलोत मेरे पिता तुल्य 

सचिन पायलट ने आज अपने निर्वाचन क्षेत्र में अग्निपथ के विरोध में आयोजित सत्याग्रह को संबोधित करने के बाद मीडिया के सवालों पर जवाब देते हुए कि कहा कि मैं मानता हूं कि राहुल गांधी जैसे नेता ने मेरे धैर्य को इतना एप्रीशिएट किया। इसको राइट स्पिरिट में लेना चाहिए। पायलट ने आगे कहा कि राहुल गांधी के इस बयान को किसी को भी अनावश्यक रूप से नहीं लेना चाहिए। वहीं, इशारों-इशारों में पलटवार करते हुए कहा कि सीएम गहलोत ने मेरे बारे बहुत कुछ कहा है, लेकिन मैंने कोई जवाब नहीं दिया है। 

इस दौरान गहलोत सरकार गिराने को लेकर सीएम गहलोत और उसके बाद मंत्री शांति धारीवाल के बयान पर पायलट ने कहा कि आज से पहले भी मुख्यमंत्री ने मेरे बारे में नाकारा, निकम्मा जैसी बातें कही थीं। लेकिन वो बोल देते हैं तो मैं अदरवाइज नहीं लेता। अशोक गहलोत बुजुर्ग हैं। अनुभवी और पिता तुल्य हैं।


गहलोत ने लगाया था पायलट पर षड्यंत्र करने का आरोप 

उल्लेखनीय है कि शनिवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर निशाना साधा था। गहलोत ने कहा कि केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और पायलट ने उनकी सरकार गिराने के लिए षड्यंत्र रचा था। सीएम गहलोत के बाद यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने तो एक कदम आगे बढ़ते हुए यहां तक कह दिया कि मुख्यमंत्री ने सही कहा है और हमने तो देखा भी है। अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और शांति धारीवाल को लेकर सचिन पायलट या उनके कैंप के किसी विधायक ने सीधा कमेंट तो नहीं किया है, लेकिन पायलट कैंप के विधायक इंद्राज गुर्जर ने एक ट्वीट किया है। विधायक इंद्राज गुर्जर ने ट्वीट किया कि- 'जमीन पर बैठा हुआ आदमी कभी नहीं गिरता फिक्र उनको है जो हवा में है.' इंद्राज गुर्जर के ट्वीट को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के जवाब के रूप में देखा जा रहा है. वहीं, हर बार सचिन पायलट का पक्ष लेने वाले आचार्य प्रमोद ने भी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर रीट्वीट करते हुए लिखा है कि- 'विषपान करने वाले नीलकंठ का अभिषेक श्रावण मास में किया जाता है। 


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