Zee News : Apr 18, 2020, 03:02 PM
नई दिल्ली: देश में कोरोना (Coronavirus) संक्रमण के (हॉट स्पॉट) सबसे प्रभावित इलाकों के लिए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) नई गाइडलाइन जारी की है। नई गाइडलाइन में इन बातों का ब्योरा दिया गया है कि हॉट स्पॉट में किन-किन लोगों के टेस्ट होंगे और किस तरह से टेस्ट कराए जाएंगे।
हॉट स्पॉट्स में किनका टेस्ट
हॉट स्पॉट में ऐसे सभी लोगों के कोविड टेस्ट किए जाएंगे जिन्हें सर्दी, खांसी या बुखार हो। ऐसे लोगों का पहले RT PCR टेस्ट किया जाएगा और सात दिन के बाद रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट। अगर मरीज का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आता है तो उसे 7 दिनों के लिए के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। इस बीच अगर फिर से कोविड 19 के लक्षण दिखे तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।अन्य किन लोगों के टेस्ट मुमकिन- जिनमें कोरोना लक्षण हों और वह पिछले 14 दिनों में विदेश से आया हो।- जिनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया हो और उसके संपर्क में आने वाले किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई दें ऐसे व्यक्ति का टेस्ट किया जाएगा। - ऐसे हेल्थकेर कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा जिनका जिनमें कोरोना ले लक्षण दिखाई दें। - SARI (Severe Acute Respiratory Illness) के सभी मरीजों का टेस्ट किया जाएगा। इन तमाम कवायद का मकसद यही है कि देश में कहीं भी संभावित रूप से भी कोई संक्रमित मरीज छूट ना जाए। आपको बता दें कि आईसीएमआर एक बार पहले भी गाइडलाइन जारी कर चुका है। अब नए सिरे से इनमें बदलाव करके दोबारा जारी किया गया है। इसी आधार पर अब देश भर में बड़े पैमाने पर जांच की जाएगी।
हॉट स्पॉट्स में किनका टेस्ट
हॉट स्पॉट में ऐसे सभी लोगों के कोविड टेस्ट किए जाएंगे जिन्हें सर्दी, खांसी या बुखार हो। ऐसे लोगों का पहले RT PCR टेस्ट किया जाएगा और सात दिन के बाद रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट। अगर मरीज का कोरोना टेस्ट नेगेटिव आता है तो उसे 7 दिनों के लिए के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा। इस बीच अगर फिर से कोविड 19 के लक्षण दिखे तो उसे अस्पताल में भर्ती कराया जाएगा।अन्य किन लोगों के टेस्ट मुमकिन- जिनमें कोरोना लक्षण हों और वह पिछले 14 दिनों में विदेश से आया हो।- जिनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया हो और उसके संपर्क में आने वाले किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई दें ऐसे व्यक्ति का टेस्ट किया जाएगा। - ऐसे हेल्थकेर कर्मचारियों का कोरोना टेस्ट किया जाएगा जिनका जिनमें कोरोना ले लक्षण दिखाई दें। - SARI (Severe Acute Respiratory Illness) के सभी मरीजों का टेस्ट किया जाएगा। इन तमाम कवायद का मकसद यही है कि देश में कहीं भी संभावित रूप से भी कोई संक्रमित मरीज छूट ना जाए। आपको बता दें कि आईसीएमआर एक बार पहले भी गाइडलाइन जारी कर चुका है। अब नए सिरे से इनमें बदलाव करके दोबारा जारी किया गया है। इसी आधार पर अब देश भर में बड़े पैमाने पर जांच की जाएगी।