रायगढ़ / वन्य प्राणी प्रेमियों के वाट्सएप ग्रुप में रात 11 बजे प्रभारी डीएफओ ने डाले सात पोर्न वीडियो

Dainik Bhaskar : Dec 25, 2019, 03:28 PM
रायगढ़ | जिले के वन्य प्राणी संरक्षण चिंतकों के वाट्सएप ग्रुप में रविवार देर रात रायगढ़ वन मंडल के प्रभारी डीएफओ (एसडीओ) एआर बंजारे ने एक बाद एक सात पोर्न वीडियो पोस्ट कर दिए। पहले उन्होंने अपने मोबाइल से वीडियो डिलीट किया। फिर ग्रुप से लेफ्ट (छोड़ दिया) हो गए। हालांकि उनके वीडियो ग्रुप में पड़े रहे। लोगों ने फोन करके उन्हें बताया। बंजारे का कहना है कि वीडियो गलती से अपलोड हो गए। अश्लील मैसेज पर ग्रुप के दूसरे सदस्यों ने आपत्ति जताई। हालांकि पुलिस का कहना है कि इस संबंध में उन्हें कोई शिकायत नहीं मिली है। 

ग्रुप में कर्मचारी, अधिकारी और पत्रकार भी जुड़े, कार्रवाई की मांग

शहर में सेव फारेस्ट समिति के नाम से एक संस्था चलाई जा रही है। समिति के नाम से एक वाट्सएप ग्रुप में फॉरेस्ट विभाग के अफसर, कर्मचारी समिति के अध्यक्ष गोपाल अग्रवाल, दूसरे लोग व पत्रकार जुड़े हुए हैं। रात 11:06 बजे प्रभारी डीएफओ बंजारे ने वीडियो अपलोड किए। कई लोगों ने तुरंत इस पर आपत्ति जताई। किसी ने लिखा इतने बड़े अफसर को यह शोभा नहीं देता तो किसी ने शिकायत करने तक का लिखा। मामले में सोमवार को समिति के सदस्यों ने बैठक कर अश्लीलता फैलाए जाने के मामले में कार्रवाई की मांग भी की। 

सजा हो सकती है

अधिवक्ता मुकेश गोयल ने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (A) के तहत सभी नागरिकों को अभिव्यक्ति की आजादी दी गई है लेकिन यह दूसरों को आहत या लज्जित करने की छूट नहीं देता। सोशल मीडिया में अश्लील सामग्री फोटो या वीडियो किसी भी फॉर्मेट में शेयर करना अपराध है। ये मामले आईटी एक्ट, 2000 के तहत जुर्म की श्रेणी में आते हैं । शिकायत हुई या पुलिस चाहे तो स्वत: संज्ञान ले तो आईपीसी की धारा 292 के तहत मुकदमा दर्ज किया जा सकता है। दो साल तक की सजा हो सकती है। 

गलती से अपलोड हुआ

 मुझसे गलती से वीडियो ग्रुप में अपलोड हो गए। हटाते-हटाते वीडियो पोस्ट हो गए। लोगों ने फोन लगाकर बोला, आप तो छा गए। मैंने वीडियो डिलीट किया और तुरंत ग्रुप से लेफ्ट हो गया। मैंने अपनी गलती पर माफी मांगी है। समिति के लोगों में किसी ने इस पर आपत्ति नहीं की है।

मामले में होनी चाहिए कार्रवाई 

मैं सेव फारेस्ट समिति का अध्यक्ष हूं, लेकिन मेरे द्वारा सेव फारेस्ट के नाम से कोई ग्रुप नहीं बनाया गया है। ग्रुप के एडमिन कोई और हैं। इसमें सेव फारेस्ट समिति के कई सदस्य और पदाधिकारियों के साथ वन मंडल के अफसर, कर्मी, मीडिया के लोग जुड़े हैं। ग्रुप में इस तरह का वीडियो अपलोड किया जाना निंदनीय है। कुछ लोग मेरे पास जानकारी लेकर आए थे कि शिकायत करने कोतवाली जा रहा हूं। मामले में कार्रवाई होनी चाहिए।  

शिकायत पर होगी कार्रवाई

किसी भी ग्रुप में सार्वजनिक तौर पर अश्लील वीडियो भेजे जाने और उसके विरोध को लेकर मेरे पास शिकायत नहीं आई है। यदि शिकायत आती है तो मामले में जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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