कोरोना / अपराधों में हो रही तेजी, संक्रमित करने की धमकी दे लोग दुकानों से ले रहे सामान

AMAR UJALA : Mar 25, 2020, 02:53 PM
वर्ल्ड डेस्क | कोरोना वायरस तेजी से दुनिया में अपने पांव पसार चुका है। दुनिया के 190 से ज्यादा देशों में इस वायरस ने दस्तक दे दी है। जहां पूरी दुनिया इस वायरस की दवा ढूंढने में लगी हुई है। वहीं, दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस से जुड़े अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है। 

चोर दवा की दुकानों से सर्जिल मास्क को चुरा रहे हैं। कुछ दुकानें कोविड-19 के नाम पर नकली जांच किट बेच रही है। दूसरी तरफ, असामाजिक तत्व कोरोना संक्रमितों को नेताओं को संक्रमित करने के लिए बढ़ावा दे रहे है। बेहरुपिये स्वास्थ्य अधिकारी बनकर लोगों को ठग रहे है। वही जालसाज कोरोना के दवा के नाम पर लोगों से पैसे ऐंठ रहे है और वित्तीय घोटाले को अंजाम दे रहे है। 

ऐसे अपराधों के कारण लोगों में भय पैदा हो रहा है। साथ ही कानून व्यवस्था बनाए रखने वाले निकायों पर भी बोझ पड़ रहा है, जिसमें उन्हें लोगों को जालसाजों और वायरस से बचाना पड़ रहा है। 

अमेरिका के एरिजोना प्रांत के पुलिस सार्जेंट पीट डंगन ने कहा कि यह इस तरह से समय में बहुत निराशाजनक है कि कोई समुदाय का लाभ उठा रहा है। वायरस के प्रसार को धीमा करने के लिए हर दिन कई देशों में अनिवार्य रूप से जन-जीवन रूक सा जा रहा है और इस कारण कुछ अपराधों में गिरावट आई है। लेकिन घृणा अपराधों को लेकर चिंताओं के साथ-साथ वायरस से संबंधित धोखाधड़ी की खबरें बढ़ रही हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और अन्य नेताओं द्वारा इस वायरस को चीनी वायरस की संज्ञा दी जा रही है जबकि वैज्ञानिकों का साफ तौर पर कहना है कि इस बीमारी का एशियाई जातीयता से कोई लेना देना नहीं है। ट्रंप के इस बयान से अमेरिका में एशियाई मूल के लोगों के साथ भेदभाव की घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिली है। 

लेकिन ट्रंप ने इस बात को खारिज कर दिया कि उनके बयान से एशियाई मूल के लोगों के साथ भेदभाव हो रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा ये बयान कहीं से भी जातिवादी नहीं था। 

एशियाई मूल के लोगों के साथ बढ़ा भेदभाव

अमेरिका के लॉस एन्जेलिस शहर में एशियाई मूल के 16 वर्षीय लड़के ने बताया की कई छात्रों ने उसे धमकाया और उस पर वायरस को फैलाने का आरोप लगाया। न्यूयॉर्क में मेट्रों में छिड़काव करने वाले व्यक्ति ने एक एशियाई मूल के व्यक्ति पर दवा का छिड़काव किया और उसके साथ दुर्व्यवहार किया। राज्य के अटॉर्नी जनरल लेटिटिया जेम्स ने न्यूयॉर्क वासियों के लिए घृणा अपराधों की रिपोर्ट करने के लिए एक हॉटलाइन स्थापित की है, जिससे कोई भी व्यक्ति जिसके भेदभाव किया जाता है वह यहां अपनी शिकायत दर्ज करवा सकता है। 

समाज में नफरत फैलाने वाले समूहों को ट्रैक करने वाला अमेरिका स्थित एंटी-डिफेमेशन लीग ने बताया कि इस वायरस के चलते नस्लवादी और यहूदी विरोधी संदेश बढ़ गए है। उन्होंने बताया कि कई संदेशों में कहा जा रहा है कि इस वैश्विक महामारी के फैलाव के लिए यहूदी भी किसी न किसी तरह जिम्मेदार है। कुछ नफरत करने वाले समूहों ने वायरस के साथ दरवाजों और अन्य सतहों पर वायरस को फैलाने का सुझाव दिया है ताकि एफबीआई और पुलिस अधिकारी बीमार पड़ें।

स्वास्थ्य देखभाल करने वाले कर्मचारियों के लिए कमी के बीच पोर्टलैंड, ओरेगन में सैकड़ों मास्क चोरी हो गए हैं। अमेरिकी प्रांत मिसौरी का एक व्यक्ति जिसे खांसी हो रही थी, उसने दो स्टोर कर्मचारियों को धमकाया कि अगर उसके बताए सामान को नहीं दिया गया तो वह उन्हें कोरोना वायरस से संक्रमित कर देगा। शिकायत के बाद पुलिस ने उस व्यक्ति को गिरफ्तार किया।

वही, एक व्यक्ति ने सोशल मीडिया पर लिखा कि अगर आप इस वायरस से संक्रमित होते है तो ज्यादा से ज्यादा समय अपने दुश्मनों के साथ बिताएं। लोगों को इस बात को समझना चाहिए कि यह वायरस पूरे समाज के लिए खतरा है, जहां वे लोग भी रहते है। 

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