Zee News : Aug 13, 2020, 07:57 AM
जिनेवा: भारत (India) ने आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए एक बार फिर से पाकिस्तान (Pakistan) पर हमला बोला है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) में भारत ने अप्रत्यक्ष रूप से पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि वो कोरोना आपदा को भी अपने मंसूबों को अंजाम देने के अवसर के रूप में इस्तेमाल कर रहा है।
यूएनएससी में अपने एक बयान में भारत ने कहा, ‘कुछ साजिशकर्ता कोरोना महामारी के वर्तमान माहौल को भी अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। वे मनमुटाव और हिंसा को जन्म देने के लिए भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं, यहां तक की अवसरवादी आतंकवादी हमलों को भी प्रायोजित कर रहे हैं’।इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि कैसे COVID-19 महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है भारत ने कहा कि महामारी ने पूरी दुनिया के समक्ष एक चुनौती खड़ी की है। इसके बारे में अभी ज्यादा कुछ कहना मुश्किल है, लेकिन इस संकट से निपटने के लिए हमें बहुआयामी होना होगा।मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने 9 अप्रैल को सुरक्षा परिषद की बैठक में बताया था कि कैसे महामारी सार्वजनिक संस्थानों में विश्वास को कम कर सकती है और सामाजिक तनाव में वृद्धि कर सकती है। भारत ने ‘डिजिटल समाधान’ के इस्तेमाल का सुझाव देते हुए कहा कि महामारी से बचने के लिए जीवन रक्षक सूचनाओं को साझा करने के लिए हमें डिजिटल समाधानों पर केंद्रित होना चाहिए। इससे न केवल समुदाय करीब आएंगे बल्कि COVID-19 से निपटने के अभियानों को भी मजबूती मिलेगी।गौरतलब है कि कोरोना से निपटने के लिए भारत ने अब तक जो भी कदम उठाये हैं, उसकी संयुक्त राष्ट्र ने भी प्रशंसा की है। कोरोना के संदर्भ में अपने अनुभव और तैयारियों से दुनिया को अवगत कराने के साथ ही नई दिल्ली ने एक बार फिर से पाकिस्तान को यह समझा दिया है कि उसके नापाक इरादों को वह कभी पूरा नहीं होने देगी।
यूएनएससी में अपने एक बयान में भारत ने कहा, ‘कुछ साजिशकर्ता कोरोना महामारी के वर्तमान माहौल को भी अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं। वे मनमुटाव और हिंसा को जन्म देने के लिए भ्रामक जानकारी फैला रहे हैं, यहां तक की अवसरवादी आतंकवादी हमलों को भी प्रायोजित कर रहे हैं’।इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि कैसे COVID-19 महामारी ने पूरी दुनिया को प्रभावित किया है भारत ने कहा कि महामारी ने पूरी दुनिया के समक्ष एक चुनौती खड़ी की है। इसके बारे में अभी ज्यादा कुछ कहना मुश्किल है, लेकिन इस संकट से निपटने के लिए हमें बहुआयामी होना होगा।मालूम हो कि संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने 9 अप्रैल को सुरक्षा परिषद की बैठक में बताया था कि कैसे महामारी सार्वजनिक संस्थानों में विश्वास को कम कर सकती है और सामाजिक तनाव में वृद्धि कर सकती है। भारत ने ‘डिजिटल समाधान’ के इस्तेमाल का सुझाव देते हुए कहा कि महामारी से बचने के लिए जीवन रक्षक सूचनाओं को साझा करने के लिए हमें डिजिटल समाधानों पर केंद्रित होना चाहिए। इससे न केवल समुदाय करीब आएंगे बल्कि COVID-19 से निपटने के अभियानों को भी मजबूती मिलेगी।गौरतलब है कि कोरोना से निपटने के लिए भारत ने अब तक जो भी कदम उठाये हैं, उसकी संयुक्त राष्ट्र ने भी प्रशंसा की है। कोरोना के संदर्भ में अपने अनुभव और तैयारियों से दुनिया को अवगत कराने के साथ ही नई दिल्ली ने एक बार फिर से पाकिस्तान को यह समझा दिया है कि उसके नापाक इरादों को वह कभी पूरा नहीं होने देगी।