देश / हथियार खरीदने में US-चीन से भारत पीछे नहीं, लेकिन 'हेल्थ' बजट में कमजोर!

कोरोना संकट के बीच एक आंकड़ा सामने आया है, जिसमें बताया गया कि साल 2019 में अमेरिका और चीन के बाद रक्षा साजोसामान पर भारत ने सबसे ज्यादा खर्च किया है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट की रिपोर्ट को मानें तो पहली बार ऐसा हुआ है कि भारत और चीन दो एशियाई ताकतें सैनिक साजोसामान पर अधिक खर्च करने वाले दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल हुई हैं।

AajTak : Apr 28, 2020, 09:50 AM
दिल्ली: कोरोना संकट के बीच एक आंकड़ा सामने आया है, जिसमें बताया गया कि साल 2019 में अमेरिका और चीन के बाद रक्षा साजोसामान पर भारत ने सबसे ज्यादा खर्च किया है। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की रिपोर्ट को मानें तो पहली बार ऐसा हुआ है कि भारत और चीन दो एशियाई ताकतें सैनिक साजोसामान पर अधिक खर्च करने वाले दुनिया के शीर्ष तीन देशों में शामिल हुई हैं। 

साल 2019 के दौरान वैश्विक सैन्य खर्च में 3.6 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन खर्च बढ़ोतरी में अमेरिका, चीन और भारत का सबसे बड़ा योगदान रहा है। रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक 2019 में वैश्विक सैन्य खर्च 1,917 अरब डॉलर रहा जो 2018 के सैन्य खर्च के मुकाबले 3.6 फीसदी अधिक है।  सैन्य खर्च में बढ़ोतरी की यह 3.6 फीसदी बढ़ोतरी दर 2010 के बाद सबसे अधिक है। 

हमेशा की तरह सैनिक साजोसामान पर सबसे अधिक खर्च करने के मामले में अमेरिका दुनिया में सबसे आगे रहा है। अमेरिका ने 2019 में 732 अरब डॉलर का सैन्य खर्च किया जो 2018 के तुलना में 5.3 फीसदी अधिक है। यह राशि पूरी दुनिया में होने वाले ऐसे खर्च का 38 फीसदी हिस्सा है। 

इस दौरान चीन का सैन्य खर्च 2018 के तुलना में 5.1 फीसदी बढ़कर 261 अरब डॉलर रहा। वहीं भारत का सैन्य खर्च 6.8 फीसदी बढ़कर 71.1 अरब डॉलर पर पहुंच गया। चीन भारत से करीब 4 गुना तो अमेरिका 10 गुना ज्यादा खर्च करता है।

लेकिन अगर स्वास्थ्य बजट की बात करें तो भारत ने साल 2020-21 के लिए कुल 69 हजार करोड़ रुपये निर्धारित किया है। जिसमें आयुष्मान योजना के लिए 6 हजार 400 करोड़ रुपये भी शामिल है। भारत की आबादी करीब 131 करोड़ है। अगर हेल्थ बजट में प्रति व्यक्ति खर्च निकाला जाए, तो भारत में हर व्यक्ति के स्वास्थ्य पर सालाना 500 रुपये से भी कम खर्च किए गए। 

अब अमेरिका की बात करते हैं, अमेरिका का हेल्थ बजट 88 लाख 66 हजार करोड़ रुपये (करीब1,248।8 अरब डॉलर) है। भारत के मुकाबले अमेरिका का रक्षा बजट करीब 10 गुना ज्यादा है, लेकिन स्वास्थ्य बजट भारत के मुकाबले अमेरिका का करीब 128 गुना ज्यादा है। यानी अमेरिका हेल्थ पर जमकर खर्च करता है। अमेरिका का ये आंकड़े पिछले साल का है। एक आंकड़े के मुताबिक अमेरिका अपने हर नागरिक की हेल्थ पर 10 हजार डॉलर के करीब सालाना खर्च करता है।

वहीं चीन ने अक्टूबर 2019 तक यानी 10 महीने में ही स्वास्थ्य पर 1 लाख 46 हजार करोड़ रुपये (2,876।8 अरब युआन) खर्च किया था। जबकि चीन हेल्थ पर भारत से करीब ढाई गुना ज्यादा खर्च करता है। 

SIPRI की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक सैन्य खर्च करने वाले दुनिया के पांच शीर्ष देशों में अमेरिका, चीन, भारत के बाद रूस चौथे और सऊदी अरब पांचवें स्थान पर है। दुनियाभर में सैनिक साजो सामान पर कुल खर्च में इन देशों का हिस्सा 62 प्रतिशत तक है। 

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के सैन्य खर्च में बढ़ोतरी की प्रमुख वजह उसका दोनों पड़ोसी देशों पाकिस्तान और चीन के साथ जारी तनाव और पुरानी दुश्मनी है। वहीं एशिया में चीन और भारत के अलावा सैनिक साजोसामान पर सबसे अधिक खर्च करने वालों में जापान और दक्षिण कोरिया भी शामिल हैं।