स्पोर्ट्स / भारत बनाम वेस्टइंडीज: बुमराह का शानदार प्रदर्शन, भारत की वेस्ट इंडीज पर बड़ी जीत

NavBharat Times : Aug 26, 2019, 08:09 AM
नॉर्थ साउंड (एंटीगा). अजिंक्य रहाणे के शतक के बाद जसप्रीत बुमराह की स्विंग गेंदबाजी ने भारत को वेस्ट इंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में 318 रनों से जीत दिला दी। रविवार को मैच के चौथे दिन चायकाल के बाद वेस्ट इंडीज की पूरी टीम 100 रनों पर ही सिमट गई। यह विदशी मैदान पर भारत की सबसे बड़ी जीत है। इससे पहले उसने 2017 में श्रीलंका को 304 रनों से हराया था। इसके साथ ही भारत ने टेस्ट चैंपियनशिप में अपनी शुरुआत जीत के साथ की है। 

वेस्ट इंडीज के सामने भारत ने जीते के लिए 419 रनों का लक्ष्य रखा था। भारत की ओर से जसप्रीत बुमराह ने विकेट लिए। विंडीज ने अपने नौ विकेट सिर्फ 50 रनों पर खो दिए थे। आखिरी विकेट के लिए कीमर रोच और मैगुअल कमिंस की साझेदारी ने उसे 100 के स्कोर तक पहुंचाया। रोच आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज रहे उन्हें 38 के निजी स्कोर पर इशांत शर्मा ने आउट किया। कमिंस 19 रन बनाकर नाबाद रहे। 

रहाणे की सेंचुरी रही आकर्षण 

भारत ने अपनी दूसरी पारी सात विकेट पर 343 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। भारतीय पारी का आकर्षण अंजिक्य रहाणे (102) और हनुमा विहारी (93) के बीच पांचवें विकेट के लिए 193 रन की साझेदारी रही। रहाणे ने पिछले दो साल में पहला और कुल दसवां शतक बनाया लेकिन विहारी अपने पहले शतक से चूक गए। विहारी के आउट होते ही कोहली ने पारी समाप्त घोषित कर दी। 

कोहली ने बनाया रेकॉर्ड 

विराट कोहली ने विदेशी धरती पर 12वीं टेस्ट जीत हासिल की। उन्होंने विदेशी जमीन पर सौरभ गांगुली के सबसे सफल भारतीय कप्तान होने के रेकॉर्ड को तोड़ दिया। गांगुली ने 28 टेस्ट मैचों में 11 जीत हासिल की थीं जबकि कोहली ने 26 में ही उन्हें पीछे छोड़ दिया। इसके साथ ही उन्होंने महेंद्र सिंह धोनी के सबसे सफल भारतीय कप्तान होने के रेकॉर्ड की भी बराबरी कर ली। धोनी ने 60 टेस्ट मैचों में 27 जीत हासिल की थी। कोहली ने 47वें टेस्ट में ही उनकी बराबरी कर ली। 

बुमराह को मिला अच्छा साथ 

भारत ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के अपने इस पहले मैच की पहली पारी में 297 रन बनाकर वेस्ट इंडीज को 222 रन पर आउट कर दिया था। इसके बाद बुमराह ( पांच), इशांत ने तीन और मोहम्मद शमी दो विकेट का कमाल देखने को मिला। बुमराह ने विकेट लेने की शुरुआत की और फिर इशांत ने उसमें उनका बराबर का साथ दिया। 

बुमराह की धमाकेदार शुरुआत 

बुमराह ने अपने पहले ओवर में ही क्रेग ब्रेथवेट को विकेट के पीछे कैच कराया और फिर अपने अगले ओवर में दूसरे सलामी बल्लेबाज जॉन कैंपबेल (सात) का विकेट थर्राया। इशांत ने अगले ओवर की पहली गेंद पर समर्थ ब्रूक्स (दो) को पगबाधा आउट किया। बुमराह की गेंद पर कोहली ने शिमरोन हेटमेयर (एक) का कैच छोड़ा लेकिन इशांत ने यह गलती भारत पर भारी नहीं पड़ने दी। हेटमेयर ने ड्राइव करने के प्रयास में गली में रहाणे को कैच दिया। 

विंडीज को नही मिल रही थी राहत 

बुमराह ने अपने चौथे ओवर में तुरंत डेरेन ब्रावो (दो) का विकेट हवा में लहराया। उन्होंने चाय के विश्राम के बाद शाई होप (02) का आफ स्टंप उखाड़कर वेस्ट इंडीज को आगे भी राहत नहीं लेने दी। नए बल्लेबाज कप्तान जैसन होल्डर भी तुरंत पविलियन लौट जाते लेकिन इशांत की गेंद पर विहारी उनका कैच नहीं ले पाए। 

बुमराह कर रहे थे वेस्ट इंडीज को गुमराह 

बुमराह को खेलना बेहद मुश्किल था और उन्होंने होल्डर (आठ) को जीवनदान का फायदा नहीं उठाने दिया और जल्द ही उनका भी ऑफ स्टंप हवा में लहरा दिया। इस तरह से वह चौथी बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने में सफल रहे। 

यह कारनामा करने वाले बने पहले बोलर 

वह ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और वेस्ट इंडीज में पारी में पांच विकेट लेने वाले पहले भारतीय गेंदबाज बन गए हैं। मोहम्मद शमी दूसरे बदलाव के रूप में आए और उन्होंने रोस्टन चेज (आठ) को बोल्ड करके विकेट लेने वालों में खुद का नाम भी लिखवाया। इसके बाद उन्होंने शैनॉन ग्रैबियल को विकेट के पीछे ऋषभ पंत के हाथों कैच आउट करवाकर अपना दूसरा शिकार किया। 

रहाणे-विहारी की लाजवाब साझेदारी 

इससे पहले भारत ने सुबह शुरू में ही विराट कोहली का विकेट गंवा दिया था लेकिन इसके बाद रहाणे और विहारी ने शानदार बल्लेबाजी की। रहाणे ने अपनी शतकीय पारी में 242 गेंदें खेलीं तथा पांच चौके लगाए। उन्होंने गैब्रियल की गेंद पर कवर पर जैसन होल्डर को कैच दिया। 

कोहली ने दिया मौका, पर सेंचुरी से चूके विहारी 

कोहली ने तब पारी समाप्त घोषित नहीं की, क्योंकि विहारी 80 रन पर खेल रहे थे। रहाणे की जगह लेने के लिए उतरे ऋषभ पंत (सात) फिर से नाकाम रहे और स्लॉग स्वीप करके डीप स्क्वायर लेग पर कैच दे बैठे। होल्डर के अगले ओवर में विहारी ‘नर्वस नाइंटीज’ के शिकार बन गए। गेंद उनके बल्ले का हल्का किनारा लेकर विकेटकीपर शाई होप के दस्तानों में पहुंची। विहारी निराश थे लेकिन उन्होंने एक बेहतरीन पारी खेली। यह उनके करियर का सर्वोच्च स्कोर है जिसके लिए उन्होंने 128 गेंदें खेली तथा दस चौके और एक छक्का लगाया। रविंद्र जडेजा एक रन बनाकर नाबाद रहे। 

भारत ने पहले सत्र में केवल कोहली का विकेट गंवाया और इस बीच 102 रन जोड़े। वेस्ट इंडीज की तरफ से ऑफ स्पिनर रोस्टन चेज ने 132 रन देकर चार विकेट लिए। 

जल्दी आउट हुए कोहली 

भारत ने चौथे दिन तीन विकेट पर 185 रन से आगे खेलना शुरू किया। अभी इस स्कोर दो रन जुड़े थे कि दिन के दूसरे ओवर में कोहली पविलियन लौट गए। होल्डर ने दूसरे छोर से गेंद चेज को सौंपी जिनकी गेंद कोहली के बल्ले का किनारा लेकर शॉर्ट कवर पर जॉन कैंपबेल के पास गई। उन्होंने दूसरे प्रयास में इसे कैच कर दिया। कोहली अपने कल के स्कोर 51 रन में कोई इजाफा नहीं कर पाए। इस तरह से रहाणे और कोहली के बीच चौथे विकेट के लिए 106 रन की साझेदारी का भी अंत हुआ। 

बल्लेबाजों ने कायम रखी लय 

भारत हालांकि तब तक अच्छी स्थिति में पहुंच चुका था और विहारी ने भी रहाणे को कोहली की कमी नहीं खलने दी। इन दोनों ने सहजता से रन बटोरे और कैरेबियाई गेंदबाजों को हावी नहीं होने दिया। रहाणे ने अपनी लय बरकरार रखी लेकिन वह विहारी थे जिन्होंने रन प्रवाह तेज किया। विहारी ने होल्डर की गेंद को लॉन्ग ऑफ पर चार रन के लिए भेजकर अपना दूसरा टेस्ट अर्धशतक पूरा किया। इसमें पांच चौके शामिल थे।

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