देश / India-China Rift: चीन से तनाव के बीच भारत और रूस में बन गई बात, राजनाथ सिंह के दौरे का दिखा असर

News18 : Jun 30, 2020, 08:11 AM
नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर चीन से तनाव के बीच भारत की तत्काल रक्षा ज़रूरतों को मुकाम तक पहुंचाने के लिए रूस सहमत हो गया है। भारत-रूस (India-Russia Relation) के बीच यह सहमति भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) के हालिया रूस दौरे में बनी। दोनों देशों के बीच रक्षा सौदे में AK-203 असॉल्ट राइफल और का-226टी लाइट यूटिलिटी हेलिकॉप्टर को लेकर भी बात हुई। रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने रूस से कहा है कि उसे रक्षा सौदों में अब देरी नहीं करनी है। इस पर रूस ने भारत को आश्वस्त किया है कि वो अगले कुछ महीनों में इसे अंजाम तक पहुंचा देगा।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 75वीं विक्ट्री डे परेड की बरसी पर 21 जून को रूस के चार दिवसीय दौरे पर गए थे। इस दौरे में राजनाथ सिंह की रूस के उप प्रधानमंत्री युर्य बोरिसव से बात हुई थी। न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक, भारत ने रूस से इन रक्षा सौदों को जल्दी पूरा करने की मांग तब की है, जब लद्दाख में सीमा पर चीन और भारत की सेना आमने-सामने है। दोनों देशों की ओर से सीमा पर सेना और रक्षा बचाव उपकरणों की तैनाती की गई है।

2021 के आखिर तक शुरू होगी मिसाइल सिस्टम की सप्लाई

रूस ने भी अपने दोस्त भारत को भरोसा दिया है कि मौजूदा कॉन्ट्रैक्ट को जारी रखा जाएगा। बहुत जल्द कुछ और सौदे भी होंगे। मिसाइल सिस्टम को लेकर रूस के रक्षा अधिकारियों का कहना है कि इसकी सप्लाई 2021 के आखिर तक शुरू हो जाएगी। इसके बाद इस सौदे को आगे बढ़ाना मुश्किल होगा।

एजेंसी के मुताबिक, 'एक अन्य राजनयिक सूत्र ने बताया कि एके-203 राइफल के सौदे में कुछ प्रगति हुई है, जो दाम के मामले में रुकी हुई थी। ये सौदे साढ़े सात लाख से ज़्यादा राइफल को लेकर हुआ है। इसमें से एक लाख आयातित होंगी और 6।71 लाख राइफल एक जॉइंट वेंचर के तौर पर उत्तर प्रदेश के कोरवा में इंडो-रूस राइफल प्राइवेट लिमिटेड (आईआरआरपीएल) बनाएगा।


फ्रांस भी दे रहा है साथ

उधर, फ्रांस ने भारत से कहा है कि वह राफेल की पहली खेप के साथ ही 8 अतिरिक्त राफेल भी भेजने की तैयारी कर रहा है। फ्रांस की ओर से बताया गया है कि सभी आठ विमान उड़ान भरने के सर्टिफिकेट हासिल करने के बेहद करीब हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि सभी विमान जल्द ही अंबाला एयरबेस भेज दिए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक फ्रांस इन विमान में इतना ईधन भर देगा जिससे राफेल विमान बिना कहीं रुके सीधे भारत आ सकेंगे।

अमेरिका भारत को भेज रहा सैटेलाइट इमेज

बता दें कि भारत का सबसे नया रणनीतिक साझेदार अमेरिका पहले से ही भारत को महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी और सैटेलाइट इमेज भेजने का काम कर रहा है। सूत्रों ने कहा कि अमेरिका ने भारत को जल्द से जल्द सहायता का वादा करते हुए जंग के हालात में आवश्यक हथियार और गोला बारूद की सूची मांगी हैं। 

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