देश / भारत का पहला ओमीक्रॉन मरीज़ निजी लैब से नेगेटिव रिपोर्ट लेकर देश से 'भागा': कर्नाटक सरकार

Zoom News : Dec 04, 2021, 01:54 PM
Omicron Patient Fled From Karanataka: कोरोना वायरस के ओमीक्रॉन वेरिएंट को फैलने से रोकने के लिए सरकार तमाम कोशिशें कर रही है, लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही इन कोशिशों पर पानी फेर सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि कर्नाटक में मिला ओमीक्रॉन वेरिएंट (Omicron Variant) से संक्रमित मरीज होटल से भाग गया है. कर्नाटक की सरकार इसके साथ ही 10 लापता यात्रियों की भी तलाश कर रही है. राज्य सरकार ने बताया कि कर्नाटक में ओमीक्रॉन से संक्रमित मिले दो में से एक शख्स निजी लैब से कोविड निगेटिव सर्टिफिकेट लेकर भाग गया है.

सरकार 10 अन्य लोगों की तलाश में भी जुटी है, जो एयरपोर्ट से ही गायब हो गए. कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर अशोक ने एक दिन पहले ओमीक्रॉन पर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक के बाद कहा, ‘आज रात तक कथित रूप से लापता हुए सभी 10 लोगों का पता लगाया जाना चाहिए और उनका परीक्षण किया जाना चाहिए (Omicron Cases in India). यात्रियों की रिपोर्ट आने तक उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं जाने दिया जाएगा.’ मंत्री ने बताया कि 66 साल का दक्षिण अफ्रीकी नागरिक, जो ओमीक्रॉन से संक्रमित मिला था, वह भाग गया है.

57 में से 10 लोगों का कुछ पता नहीं

मंत्री ने आगे बताया कि लगभग उसी समय एयरपोर्ट पर पहुंचे 57 अन्य लोगों की भी जांच की जाएगी. बेशक इन्होंने निगेटिव आरटी-पीसीआर रिपोर्ट दिखाई थी. इनमें से 10 लोग नहीं मिल पा रहे हैं, इन्होंने अपने फोन स्विच ऑफ कर लिए हैं. जिसके चलते इन लोगों से किसी तरह का संपर्क नहीं हो पा रहा. अब इन सभी की जांच की जाएगी, क्योंकि इन्हीं में से एक यात्री कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखाने के बावजूद ओमीक्रॉन से संक्रमित मिला है (Airport Rules After Omicron). होटल से भागा शख्स 20 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से लौटा था, फिर वो सात दिन बाद दुबई के लिए रवाना हो गया.

पुलिस में कराई गई शिकायत

आर अशोक ने कहा, ‘हमने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है, अब वो देखेंगे कि शांगरी-ला होटल में क्या गलत हुआ, जिससे वो भाग गया.’ इस शख्स का टीकाकरण (Fully Vaccinated Meaning) पूरा था, फिर होटल में ही इसकी कोविड-19 जांच की गई. जहां वो संक्रमित पाया गया. जबकि यही शख्स निगेटिव जांच रिपोर्ट के साथ यहां पहुंचा था. जब एक सरकारी डॉक्टर उसकी जांच के लिए आया, तो पता चला कि मरीज में कोई लक्षण नहीं हैं इसलिए उसे आइसोलेट होने को कहा गया.

संपर्क में आए लोगों की हुई जांच

चूंकी वो एक ‘रिस्क’ वाले देश से था, इसलिए उसके सैंपल दोबारा लिए गए और 22 नवंबर को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजे गए. उसके संपर्क में आए 24 अन्य लोगों की भी जांच की गई, जो निगेटिव पाए गए. अधिकारियों ने सेकेंड्री तौर पर संपर्क में आए 240 लोगों की भी जांच की, वो भी निगेटिव पाए गए. 23 नवंबर को भागने वाले मरीज ने एक निजी लैब में दोबारा जांच करवाई और रिपोर्ट निगेटिव आई. 27 नवंबर की आधी रात को उसने होटल से चेक आउट किया, एयरपोर्ट के लिए एक कैब ली और दुबई जाने वाली फ्लाइट में सवार हो गया. ओमीक्रॉन की पुष्टि तब हुई, जब तक वो भाग चुका है.

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