देश / कुकर में फंस गया मासूम का सिर, डॉक्टर भी हुए फेल तो ऐसे निकाला

AajTak : Jun 14, 2020, 07:26 AM
गुजरात के भावनगर जिले से एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां एक बच्ची के सिर में प्रेसर कुकर फंस गया। हालत ये हो गई कि बच्ची को अस्पताल ले जाना पड़ गया और वहां बच्ची को ऑक्सीजन लगाकर कुकर काटना पड़ा।

दरअसल, यह पूरा मामला भावनगर के पिरछल्ला स्ट्रीट का है, यहां खेल-खेल में एक साल की मासूम बच्ची प्रियांशी का सिर प्रेशर कुकर में फंस गया। इसके बाद बच्ची के परिजनों ने उस कुकर को खूब निकालने की कोशिश की लेकिन वे कुकर नहीं निकाल पाए। आखिर में बच्ची को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

अस्पताल में डॉक्टर्स ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन तब भी सिर कुकर से बाहर नहीं निकला। इसके बाद डॉक्टर्स ने बच्ची को ऑक्सीजन लगाया, ताकि उसे सांस लेने में दिक्कत ना हो। इसके बाद बर्तन काटने वाले को बुलाया गया।

45 मिनट की मशक्कत के बाद बर्तन काटने का काम करने वाले शख्स ने कटर की मदद से कुकर को काटकर बच्ची का सिर बाहर निकाला। इस दौरान बच्ची के माथे पर हल्की चोट भी आई है।

अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि बच्ची को हल्की चोट आई है और उसका माथा सूज गया था। फिलहाल बच्ची को निगरानी में रखा गया है। कुछ समय बाद बच्ची को डिस्चार्ज किया जाएगा।

कैसे हुआ ये हादसा

परिजनों ने बताया कि बच्ची रसोई में खेल रही थी, देखते ही देखते पता नहीं कैसे उसने इसे अपने सिर पर रखना चाहा और यह फंस गया।

यह भी बताया गया कि बच्ची परिवार के ही कुछ सदस्यों के साथ लुका छुपी खेल रही थी और उसने खुद को परिवार के बाकी सदस्यों से छुपाने के लिए अपना सिर कुकर से ढकने की कोशिश की।

बच्ची ने कुकर को सिर में डाल लिया और उसका सिर कुकर में फंस गया। जब बच्चे ने काफी देर तक कोई जवाब नहीं दिया तो परिवार के सदस्यों ने उसे खोजा।

इसके बाद परिवार के सदस्यों ने खूब कोशिश की लेकिन वे नाकाम रहे। इस दौरान बच्ची बुरी तरह रो रही थे। आनन फानन में वे उसे अस्पताल ले गए। अंततः वहां कुकर को काटना ही पड़ा।

डॉक्टर्स का यह भी कहना है कि इसकी भी जांच की जाएगी कि कहीं बच्ची के दिमाग या स्पाइन में ब्लड सर्कुलेशन में कोई दिक्कत तो नहीं हुई है।

इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर भी इसकी चर्चा हो रही है और लोग बच्चों का ध्यान रखने की सलाह भी दे रहे हैं। इस घटना की तस्वीरें और वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।

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