News18 : Jul 12, 2020, 08:58 AM
तेहरान। ईरान की वायु सेना इकाई (Iranian Air Defense Unit) ने जनवरी में यूक्रेनियन पैसेंजर जेट (Ukrenian Passanger Jet) को रडार सिस्टम के जरिये कम्युनिकेशन देने में भूल (Forgetful Communication) कर बैठा और यह मानवीय भूल थी। इसका नतीजा यह हुआ कि हवाई जहाज के उड़ान भरने के कुछ सैकेंड के बाद ही उसे घातक तरीके से नीचे उतारा गया। यह उम्मीद की जा रही है कि इस दुघर्टनाग्रस्त प्लेन के ब्लैक बॉक्स को 20 जुलाई तक डिकोड किया जा सकेगा और यह संभव है कि इसके बाद कोई महत्वपूर्ण जानकारी मिल पाएगी। यह जानकारी ईरान के नागरिक उड्डयन संगठन ने एक रिपोर्ट जारी करके दी।
रडार से मिली थी गलत जानकारी, वायु सेना ने भूलवश की कार्रवाईईरान ने कहा कि यूक्रेन की फ्लाइट संख्या 752 को भूलवश मार गिराया गया था। इस दुघर्टना में 176 यात्रियों की मौत हो गई थी। हवाई जहाज के उड़ान भरने के कुछ ही सैकेंड बाद उसे मार गिराया गया था। प्लेन के उड़ान भरने के तीस सैकेंड के भीतर ही दो मिसाइल मारकर गिरा दिया गया था। इस कार्रवाई को ईरान की वायुसेना ने अंजाम दिया। वायुसेना ने इस हवाई जहाज को किसी क्रूस मिसाइल समझने की भूल कर दी। रिपोर्ट के अनुसार वायुसेना का आपरेटर इस हवाई जहाज के नई पोजिशन में आने के बाद उत्तरी दिशा में रडार सिस्टम सेट करना भूल गया जिसके चलते रडार गलत आंकड़ा और सूचनाएं देने लगा।
सीएओ की रिपोर्ट के अनुसार आपरेटर के आंकड़ों की सूचना के आधार पर वायु सेना ने कमांड सेंटर से मिसाइल दाग डाले और विमान क्षतिग्रस्त हो गया। रिपोर्ट में कार्रवाई करने वाले व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया है और यह कहा गया है कि उस व्यक्ति ने स्वतंत्र रूप से और बगैर किसी वरिष्ठ की इजाजत लिए बगैर ही इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस घटना को लेकर जून महीने में छह अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था।
रडार से मिली थी गलत जानकारी, वायु सेना ने भूलवश की कार्रवाईईरान ने कहा कि यूक्रेन की फ्लाइट संख्या 752 को भूलवश मार गिराया गया था। इस दुघर्टना में 176 यात्रियों की मौत हो गई थी। हवाई जहाज के उड़ान भरने के कुछ ही सैकेंड बाद उसे मार गिराया गया था। प्लेन के उड़ान भरने के तीस सैकेंड के भीतर ही दो मिसाइल मारकर गिरा दिया गया था। इस कार्रवाई को ईरान की वायुसेना ने अंजाम दिया। वायुसेना ने इस हवाई जहाज को किसी क्रूस मिसाइल समझने की भूल कर दी। रिपोर्ट के अनुसार वायुसेना का आपरेटर इस हवाई जहाज के नई पोजिशन में आने के बाद उत्तरी दिशा में रडार सिस्टम सेट करना भूल गया जिसके चलते रडार गलत आंकड़ा और सूचनाएं देने लगा।
सीएओ की रिपोर्ट के अनुसार आपरेटर के आंकड़ों की सूचना के आधार पर वायु सेना ने कमांड सेंटर से मिसाइल दाग डाले और विमान क्षतिग्रस्त हो गया। रिपोर्ट में कार्रवाई करने वाले व्यक्ति का नाम नहीं लिया गया है और यह कहा गया है कि उस व्यक्ति ने स्वतंत्र रूप से और बगैर किसी वरिष्ठ की इजाजत लिए बगैर ही इस कार्रवाई को अंजाम दिया। इस घटना को लेकर जून महीने में छह अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया था।