Zoom News : Sep 27, 2020, 07:18 AM
नई दिल्ली। बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने शनिवार को अपनी एक बड़ी नई टीम का ऐलान किया है। जिसको लेकर चर्चा बनी हुई है क्योकी राष्ट्रीय पदाथिकारियों की नियुक्ति को लेकर यह ऐलान थोड़ा विचलीत की स्थिता उत्पन्न करने वाला है, लेकिन नई टीम की नियुक्ति BJP की उस स्थापित विचारधारा के अनुरूप ही है, जिसमें पार्टी हमेशा आने वाले चुनावों पर नजर बनाए रखती है। साथ ही उन लोगों को तोहफा देती है जो संपर्क बनाने और लोगों तक पहुंच बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। बीजेपी की अब 60 फीसदी टीम और 70 नए सदस्यों में से 12 महिलाएं हैं। साथ ही साथ वे अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़े वर्ग से हैं।अभी बिहार चुनाव के साथ अगले साल कुछ राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले है ओर उस से पहले उन राज्यों के प्रतिनिधियों की बीजेपी की इस नई में उपस्थिति इस बात का संकेत है कि पार्टी पहले से ही चुनाव मोड में है। बीजेपी पश्चिम बंगाल और केरल जैसे राज्यों में बड़ी चुनावी जंग की तैयारी कर रही है। बिहार, पश्चिम बंगाल और केरल जैसे चुनावी राज्यों के प्रतिनिधियों की टीम में उपस्थिति विशिष्ट हैं। इसे अंतिम रूप देने में नौ महीने का समय लगा। हालांकि इसमें तमिलनाडु की बात थोड़ी अलग है। वहां 2021 में चुनाव होने हैं। लेकिन नई टीम में एक भी सदस्य तमिलनाडु से नहीं है। जबकि बीजेपी की नई टीम में पश्चिम बंगाल के 3 और केरल के 2 सदस्य हैं। वहीं बिहार के पांच सदस्यों ने इस टीम में जगह पाई है।वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा समय-समय पर मतदाताओं के साथ बातचित करते रहने के लिए पार्टी सदस्यों को बार-बार निर्देश देने का मतलब है कि पार्टी न केवल चुनाव में या नीतिगत घोषणाओं के लिए, बल्कि रियल टाइम में विपक्ष का मुकाबला करने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाना चाहती है। शुक्रवार को पीएम मोदी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को कृषि बिल पर विपक्ष की आलोचना का सामना करने के लिए दिशा दी।