लखनऊ / कमलेश तिवारी हत्याकांड: 55 पुलिस कर्मियों की मेहनत, 22 घंटे में सॉल्व हुआ केस

Live Hindustan : Oct 20, 2019, 07:38 AM
लखनऊ | खुर्शेदबाग में शुक्रवार दोपहर 12 बजे बदमाशों ने हिन्दू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की हत्या कर दी। शनिवार सुबह 10 बजे तक पुलिस ने पूरे हत्याकाण्ड का पर्दाफाश कर दिया। यानी 22 घंटे में तीन साजिशकर्ता गिरफ्तार कर लिए गए। दोनों शूटरों की पहचान कर ली गई। पुलिस को हिला देने वाली इस घटना के खुलासे के लिए चले ऑपरेशन को 10 टीमों ने सफलता तक पहुंचाया। इस ऑपरेशन में लगी टीमों ने 22 घंटे के दौरान कुल 155 कॉल का ब्योरा खंगाला, 60 से अधिक कैमरों की फुटेज खंगाली।

कमलेश तिवारी की हत्या करने वाले दोनों युवक 25 फुटेज में दिखे। पुलिस ने 150 से अधिक लोगों से पूछताछ की। यूपी पुलिस गुजरात एटीएस से रात भर सम्पर्क में रही। कुल 12 अफसरों समेत कुल 55 पुलिसकर्मी अलग-अलग टॉस्क पर काम करते रहे। फोरेंसिक लैब के तीन विशेषज्ञों से भी मदद ली गई। एएसपी क्राइम समेत पांच पुलिसकर्मी सूरत में पड़ताल करने पहुंचे। एटीएस गुजरात हर कदम पर यूपी पुलिस के साथ रही। 

डीजीपी करते रहे मानीटरिंग

मुख्यमंत्री के एसआईटी गठित करते ही डीजीपी ओपी सिंह ने पूरे ऑपरेशन की कमान संभाल ली थी। लगातार मानीटरिंग करते रहे। एसएसपी कलानिधि नैथानी ने जब उन्हें गुजरात कनेक्शन के बारे में कई जानकारियां दी तो उन्होंने तुरंत ही गुजरात के डीजीपी से बात की और वहां के एटीएस से लखनऊ पुलिस का समन्वय कराया। इसके बाद ऑपरेशन आगे बढ़ता गया और सुबह होने तक हत्याकाण्ड पूरी तरह से खुलासे के करीब पहुंच गया था। एसआईटी में शामिल आईजी एसके भगत लगातार हर जानकारी को सभी टीमों में शेयर करते रहे।

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