IND vs NZ / WTC फाइनल हारने के बाद कोहली का 'बहाना'- एक मैच से बेस्ट टीम का फैसला नहीं कर सकते

मुख्य कोच रवि शास्त्री के सुर में सुर मिलाते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का निर्धारण एक फाइनल के आधार पर नहीं, बल्कि ‘बेस्ट आफ थ्री फाइनल’ के जरिए होना चाहिए। भारत ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ पिछड़ने के बाद वापसी करके सीरीज जीती, लेकिन न्यूजीलैंड ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में उसे 8 विकेट से हरा दिया।

Vikrant Shekhawat : Jun 24, 2021, 04:32 PM
Delhi: मुख्य कोच रवि शास्त्री के सुर में सुर मिलाते हुए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का निर्धारण एक फाइनल के आधार पर नहीं, बल्कि ‘बेस्ट आफ थ्री फाइनल’ के जरिए होना चाहिए। भारत ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के खिलाफ पिछड़ने के बाद वापसी करके सीरीज जीती, लेकिन न्यूजीलैंड ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में उसे 8 विकेट से हरा दिया।

कोहली ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा ,‘मैं इसका पक्षधर नहीं हूं कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टेस्ट टीम का निर्धारण एक फाइनल मैच से हो।’

उन्होंने कहा, ‘अगर टेस्ट सीरीज है तो तीन टेस्ट से ही पता चलता है कि किस टीम में वापसी की क्षमता है। ऐसा नहीं होता कि दो दिन अच्छा खेलें और फिर आप अचानक अच्छी टेस्ट टीम नहीं हैं। मैं यह नहीं मानता।’

शास्त्री ने टीम के इंग्लैंड रवाना होने से पहले ही बेस्ट आफ थ्री फाइनल की बात की थी। कोहली ने कहा, ‘भविष्य में इस पर विचार किया जाना चाहिए। तीन मैचों में प्रयास होते हैं, उतार-चढ़ाव होते हैं, हालात बदलते हैं। गलतियों को सुधारने का मौका मिलता है। इसके बाद पता चलता है कि सर्वश्रेष्ठ टीम कौन-सी है।’

उन्होंने यह भी कहा कि न्यूजीलैंड से मिली हार उनकी टीम की दो साल की उपलब्धियों का सही चित्रण नहीं करती। उन्होंने कहा, ‘हम इस नतीजे से परेशान नहीं है। हमने पिछले तीन-चार साल में अच्छा प्रदर्शन किया है। यह मैच हमारी क्षमता और काबिलियत का सही चित्रण नहीं करता।’

व्यस्त अंतरराष्ट्रीय कैलेंडर में तीन मैचों का फाइनल आईसीसी के लिए मुश्किल होगा। कोहली ने कहा कि लोगों को याद रहना चाहिए कि यह कठिन सीरीज थी, महज एक फाइनल नहीं।

उन्होंने कहा, ‘इस पर बात होनी चाहिए। इसलिए नहीं कि हम जीत नहीं सके, लेकिन टेस्ट क्रिकेट के लिए यह गाथा यादगार होनी चाहिए।’