News18 : Apr 29, 2020, 02:32 PM
नैरोबी। केन्या (Kenya) में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र पुलिस ने लॉकडाउन को लागू कराने के लिए सख्ती से कर्फ्यू लागू करना शुरू कर दिया है। मंगलवार को नैरोबी (Nairobi) के एक इलाके में अपने घर की बालकनी में खड़े एक परिवार पर पुलिस (Police) ने गोली चला दी। पुलिस की इस फायरिंग में 13 साल के एक बच्चे की मौत हो गयी।
पुलिस फायरिंग में मारे गए यासीन हुसैन मोयो के पिता ने बताया कि उनका पूरा परिवार अपने घर की बालकनी में खड़ा था और नीचे से पुलिस की एक टुकड़ी गुजर रही थी। इसी दौरान पुलिस की टुकड़ी में से कुछ सिपाहियों ने बालकनी की तरफ फायरिंग कर दी। इसी में 13 वर्षीय हुसैन के पेट में गोली लग गयी और उसकी मौत हो गई। पिता ने बताया कि उन्होंने बेटे को अस्पताल ले जाने की कोशिश की लेकिन पुलिसवाले उस दौरान भी उनकी बात नहीं सुन रहे थे।
अस्पताल ले जाने के लिए भी की मिन्नत
मोयो के पिता ने बताया कि उनके बेटे को गोली लगने के बाद उन्हें करीब एक घंटे तक पुलिस की मिन्नतें करनी पड़ी क्योंकि कर्फ्यू की वजह से उन्हें अस्पताल नहीं जाने दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा घर की बालकनी में खड़ा था वो कर्फ्यू का उल्लंघन भी नहीं कर रहा था, ऐसे में पुलिस का सीधे गोली चला देना शर्मनाक है। बता दें कि केन्या में जब से कर्फ्यू लगाया गया है तब से अब तक पुलिस की गोली से 16 लोगों की मौत हो चुकी है।एमनेस्टी इंटरनेश्नल के केन्या डायरेक्टर इरुंगु हाफ्तन ने CNN से बताया कि लॉक डाउन लागू करने के लिए पुलिस ज़रूरत से ज्यादा बल का प्रयोग कर रही है। एक तप लोग कोरोना संक्रमण से पहले ही घबराए हुए हैं ऐसे में पुलिस का ये व्यव्हार अफरा-तफरी का माहौल बना रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे सैंकड़ों वीडियो मौजूद हैं जिसमें पुलिस बेरहमी से लोगों को पीटते हुए नज़र आ रही है, ये मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन है। उधर पुलिस का कहना है कि लोग लगातार लॉकडाउन और क्वारंटीन की शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं, कई जगह तो टेस्ट टेस्ट कराने के लिए गई पुलिस टीम पर स्थानीय लोग हमला कर रहे हैं।
पुलिस फायरिंग में मारे गए यासीन हुसैन मोयो के पिता ने बताया कि उनका पूरा परिवार अपने घर की बालकनी में खड़ा था और नीचे से पुलिस की एक टुकड़ी गुजर रही थी। इसी दौरान पुलिस की टुकड़ी में से कुछ सिपाहियों ने बालकनी की तरफ फायरिंग कर दी। इसी में 13 वर्षीय हुसैन के पेट में गोली लग गयी और उसकी मौत हो गई। पिता ने बताया कि उन्होंने बेटे को अस्पताल ले जाने की कोशिश की लेकिन पुलिसवाले उस दौरान भी उनकी बात नहीं सुन रहे थे।
अस्पताल ले जाने के लिए भी की मिन्नत
मोयो के पिता ने बताया कि उनके बेटे को गोली लगने के बाद उन्हें करीब एक घंटे तक पुलिस की मिन्नतें करनी पड़ी क्योंकि कर्फ्यू की वजह से उन्हें अस्पताल नहीं जाने दिया जा रहा था। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा घर की बालकनी में खड़ा था वो कर्फ्यू का उल्लंघन भी नहीं कर रहा था, ऐसे में पुलिस का सीधे गोली चला देना शर्मनाक है। बता दें कि केन्या में जब से कर्फ्यू लगाया गया है तब से अब तक पुलिस की गोली से 16 लोगों की मौत हो चुकी है।एमनेस्टी इंटरनेश्नल के केन्या डायरेक्टर इरुंगु हाफ्तन ने CNN से बताया कि लॉक डाउन लागू करने के लिए पुलिस ज़रूरत से ज्यादा बल का प्रयोग कर रही है। एक तप लोग कोरोना संक्रमण से पहले ही घबराए हुए हैं ऐसे में पुलिस का ये व्यव्हार अफरा-तफरी का माहौल बना रहा है। सोशल मीडिया पर ऐसे सैंकड़ों वीडियो मौजूद हैं जिसमें पुलिस बेरहमी से लोगों को पीटते हुए नज़र आ रही है, ये मानवाधिकारों का खुला उल्लंघन है। उधर पुलिस का कहना है कि लोग लगातार लॉकडाउन और क्वारंटीन की शर्तों का उल्लंघन कर रहे हैं, कई जगह तो टेस्ट टेस्ट कराने के लिए गई पुलिस टीम पर स्थानीय लोग हमला कर रहे हैं।